शिव महापुराण कथा म सामिल होइन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
अंजोर.रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर दही हांडी मैदान, गुढ़ियारी म आयोजित शिव महापुराण कथा म सामिल होइस। ओमन व्यासपीठ ल प्रणाम करत कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ल नमन करिन अउ प्रदेस के सुख समृद्धि के आशीर्वाद पाइन। ए मउका म खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल अउ छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन तको उपस्थित रिहिस।
मुख्यमंत्री बघेल ह हर हर महादेव के जयकारा लगात उपस्थित दरस करइया ले किहिन के आप सबो पाछु एक सप्ताह ले बहुत अच्छा शिवकथा महापुराण सुनत हावयं । इहाँ लाखों लोगन रोज आत हावयं, मैं आप सब के नमन करत हाव। ओमन किहिन के आप सबो देवाधिदेव महादेव के बारे म परसिध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ले कथा श्रवण करत हावयं। महादेव सबले बड़े अवघड़ दानी, ज्ञानी अउ ध्यानी हावयं। महादेव ह ही दुनिया म सबले पहिली बिहाव नाम के संस्था ल स्थापित करिन, सबले पहिली संगीत के रचना के अउ सबले पहिली नृत्य के रचना करिस, जेकर तांडव नृत्य ले हम सबो बखूबी परिचित हावन।
मुख्यमंत्री ह किहिन के भगवान शिव सबो दिशा म हावयं भगवान राम ह जिहां उत्तर ले दक्षिण के तनि यात्रा करिस, भगवान कृष्ण ह उत्तर ले पश्चिम के तनि यात्रा के हावय फेर एकमात्र शिव देश के हर सबोच कोने म विराजमान हावयं। गांव गांव म शिव विराजमान हावय कोनो ओला शिव कहत हावयं, कोनो शंकर, कोनो महादेव, कोनो बूढ़ादेव त कोनो बड़का देव फेर सबोच रूप म शिव के ही पूजा करत हावयं । बिना शिव के नी त राम के कथा हो सकत हावय अउ नी ही कृष्ण के। शिव के बिना कोनो के गुजारा संभव नइ हावय, इही सेती आज कथा सुनने लाखों के तादाद म आप सबो इहां उपस्थित हावयं।
श्री बघेल ह किहिन के भगवान शिव के हाथ म जिहां डमरु हावय, त्रिशूल हावय, उहें टोंटा म सर्प के माला अउ नंदी के तको बिसेस ठऊर हावय। मुख्यमंत्री बघेल ह किहिन के ये दुखद हावय के नंदी के आज आवारा पशु के रूप म छोड़ दे जाथे, गाय दूध देत हावय इही सेती ओकर पालन करे जाथे। हमर छत्तीसगढ़ सरकार ह गाय अउ बैल दुनों के जतन के जिम्मा उठाया हावय। अभी के बेरा समय म जहाँ पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा जइसे राज्य म पराली जलाने ले पर्यावरण प्रदूषित होए के समस्या रिथे हावय, उहें छत्तीसगढ़ म हमन लोगन ले पैरा दान करे के अपील के हावय ताकि पर्यावरण प्रदूषित तको न हो अउ आवारा मवेशियों के गउठान के मदद ले चारा के उपलब्धता बने रिहिन।
शिव महापुराण कथा म सामिल होइन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
मुख्यमंत्री ह किहिन के छत्तीसगढ़ म अभी के बेरा म पैरा दान के अभियान चल रिहिन हावय जेकर ले प्रदूषण म रोकथाम होही अउ मवेशियों के खातिर चारे के बेवस्था होही। कथा सुनने आये लोगन अपन सामर्थ्य मुताबिक धन अउ धान के दान करत हावयं, माताएं जेकर बेटियाँ हावयं वो ह कन्यादान करत हावयं कन्या दान सबले बड़का दान हावय। हमर सरकार ह किसान मन ले पैरा दान के अपील के हावय अउ सड़क म घूमने वाला मवेशियों ले होए वाला सड़क दुर्घटनाओं म कमी लाने के खातिर प्रदेस भर म गउठान तको बना रिहिन हावयं। पूरा देश म छत्तीसगढ़ सरकार एकमात्र अइसे सरकार हावय जेन 2 रूपिया किलो के दर ले गोबर के अउ 4 रूपिया प्रति लीटर के दर ले गोमूत्र के खरीदी करके रेहे। हमर सरकार ह योजना के तहत अब तक 89 लाख क्विंटल गोबर के खरीदी के हावय, जेकर ले 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट के बनाये करिन जा चुके हावय। अब हमर प्रदेस जैविक खेती के तनि अग्रसर हो चुके हावय, आने वाला साल म ये प्रदेस ऑर्गेनिक स्टेट के रूप म जाना जाही। जेकर ले फसल बचेगा अउ अनाज शुद्ध तको होही, जेकर ले बीपी शुगर जइसे बीमारी ले बचना सम्भव हो सकही।
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