अंजोर.अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के बौद्ध तीर्थ जगह के रूप म परसिध मैनपाट म लोक कला अउ संस्कृति के प्रोत्साहित करे के खातिर मैनपाट महोत्सव के आगाज होइस। महोत्सव के सुरू नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया अउ संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ह करिन। मैनपाट महोत्सव के आयोजन रोपाखार जलाशय के तिर म आयोजन करे जात हावय। ए तीन दिवसीय महोत्सव म सरगुजा अंचल के लोक कलाकार मन डहर ले शैला, करमा सहित आन स्थानीय गीत-संगीत अउ नृत्य के मनमोहक प्रस्तति दे जात हावय।
मैनपाट महोत्सव के सुरू कार्यक्रम ल सम्बोधित करत नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ह किहिन के प्राकृतिक अउ सांस्कृतिक धरोहर के सहेजे के उद्देश्य ले मैनपाट महोत्सव के आयोजन करे जात हावय। ए महोत्सव म सरगुजा अंचल के संग छत्तीसगढ़ के जनजाति कला संस्कृति के झलक दिखही। ओमन किहिन के अइसे आयोजन ले अंचल के कला संस्कृति के नवा पहचान मिलही। सरगुजा म कई दर्शनीय जगह हावयं जेमा दर्शनीय जगह अउ सांस्कृतिक विरासत के अनमोल धरोहर तको हावयं। मैनपाट म बौद्ध मठ अउ अध्यात्म के तको दरसन होवत हावयं। इहां तिब्बती बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के तको दू बार पदार्पण होइस। इहां के तिब्बती भाई-चारे के संग मिलजूल के रिथें।
डॉ डहरिया ह किहिन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अगुवई म सबो वर्ग के लोगन ल धियान म रखके योजना बनाये जाथे ताकि योजना के फायदा अउ सम्मान सबो वर्ग के मिल सके। ओमन किहिन के छत्तीसगढ़ के किसान मन के देश म धान के सबले जादा कीमत मिलत हावय। अगले साल किसान मन के धान के अउ जादा कीमत मिलही। ओमन किहिन के प्रदेस के उन्नति म युवा मन के भागीदारी बढ़ाये के खातिर राजीव युवा मितान क्लब के गठन करे गे हावय। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम ले परंपरागत खेल के पुर्नजीवित करे के प्रयास करे जात हावय।
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ह किहिन के 8 साल पहिली सुरू होइस मैनपाट महोत्सव के देश-प्रदेश म बिसेस पहचान बनत जात हावय। ओमन किहिन के हमर सरकार गठन के बाद किसान मन के कर्जा माफी अउ देश म सबले जादा कीमत म धान के खरीदी करे के बुता करे गिस। राज्य सरकार विकास बुता के संग ही सांस्कृतिक विरासत के सहेजने के तको काम करत हावय। ओमन किहिन के कोविड काल के बखत कठिन चुनौती के बाद तको राज्य सरकार ह सबके खातिर दवाई, इलाज अउ खाना के बेवस्था करिस। कोविड काल ले मुफ्त चाउंर दे जात हावय। ए साल धान खरीदी म रिकार्ड 1 करोड़ 8 लाख मीट्रिक टन के खरीदी के गे। ए बखत जिला के 41 बिसेस पिछड़ी जनजाति के लोगन के नियुक्ति पाती दे हावय।
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