किसानी बुता म सबले माहंगी जिनिस देखे जाए तव खातुच के कीमत जादा हाबे। अइसन म किसान मनला खुदे सावचेत रहे बर परही के खातु म कोनो प्रकार के मिलावट तो नइ होवथाबे। किसान मन भारत सरकार के अधिकृत संस्थान सीएफसीएल के बताये विधी ले मिलावट के पता लगा सकथे। उप संचालक कृषि विभाग के बताये मुताबिक यूरिया म साधारण नमक, एमओपी (प्यूरेट आफ पोटाश), एसएसपी, रॉक फास्फेट, एनपीके मिश्रण, चिकना माटी मिल सकथे। अइसने डीएपी म माटी अउ जिप्सम के गोली, सीएन अउ एसएसपी, एमओपी म रेती अउ साधारण नमक। जिंक सल्फेट म मैग्नीशियम सल्फेट, कॉपर सल्फेट म रेती या नमक, फेरस सल्फेट म बालू या साधारण नमक के सामान्य मिलावट हो सकथे।
बताये मुताबिक शुद्ध यूरिया चमकदार, लगभग समान आकार के दाना वाला, पानी म पूरा घूर जथे, छूये म ठंडा लागथे, गरम राखे म पिघल जथे। येकर जांच ल किसान मन हथेली म थोड़ा पानी लेके 2 मिनट बाद जब हथेली अउ पानी के ताप अनुरूप होही तब 10 ले 15 दाना यूरिया के डालय, शुद्ध यूरिया ठंडक देही यदि ठंडा नइ लागही तव ओमा मिलावट हो सकथे। अइसने एक चम्मच यूरिया घोल म आधा मिलीलीटर बेरियम क्लोराइड मिलावे, शुद्ध यूरिया के घोल स्वच्छ होही। यदि सफेद अवक्षेप आही ताव यूरिया म मिलावटी होही। शुद्ध डीएपी के दाना एकदम गोल नइ होवय, गरम करे म दाना फूल जथे अऊ नइ फूलही तव मिलावट वाला होही। अइसन छोटे-छोटे सावधानी ल धियान म राखे ले किसान मनला अपन माहंगी खातु के मिलावट के जानबा होही।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।