दुर्ग.29। लकठावत गणेश उत्सव के दिन ल देखत प्रशासन ह समिति मन खातिर दिशा निर्देश जारी करे हाबे। जेकर मुताबिक गणेश जी मूर्ति 4 X 4 फीट ले बड़े नइ होना चाही। मूर्ति स्थापना वाला पंडाल के आकार 15 X 15 फीट ले आगर के नइ होना चाही। अउ पंडाल के सामने कम से कम 5000 वर्ग फीट के खुला जगह होवय। पंडाल के सामने दर्शक मनके बइठे के अलग से पंडाल नइ बनाना होबे। एक समय म मंडप अउ आगू म 20 आदमी ले जादा नइ सकलाना हाबे। मूर्ति स्थापित करइया व्यक्ति या समिति ह एक रजिस्टर रखही जेमा दर्शन मनके नाम पता अउ मोबाईल नम्बर दर्ज करही। मूर्ति दर्शन अउ पूजा म शामिल होवइया मन मास्क लगाये रइही। साथ ही सेनेटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग, आक्सीमीटर, हैण्डवाश अउ क्यू मैनेजमेंट सिस्टम के व्यवस्था तको समिति करही।
गणेश पंडाल म संक्रमित होवइया के इलाज के पूरा खर्चा समिति उठाही। कंटेन्मेंट जोन म मूर्ति स्थापना के अनुमति नइ मिलय, यदि पूजा अवधि म उक्त क्षेत्र कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित होही तव तत्काल पूजा समाप्त करे बर परही। मूर्ति स्थापना या विसर्जन म कोनो प्रकार के भोज, भंडारा, जगराता आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम करे के अनुमति नइये। अऊ न ही कोनो प्रकार के वाद्ययंत्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र, डी.जे. बजाये के अनुमति होही। मूर्ति के विसर्जन 4 से जादा नइ जाना हाबे, छोटे वाहन म मूर्ति ल दिन म ही विसर्जित करे जाही। शर्त के साथ घर म तको मूर्ति राखे जाही अऊ बाहिर राखे म 7 दिन पहिली नगर निगम के संबंधित जोन कार्यालय म निर्धारित शपथपत्र मय आवेदन देना होही अउ अनुमति मिले के बाद ही मूर्ति स्थापित करे के अनुमति होही।
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