रायपुर.29। राजधानी रायपुर के तिर माता कौशल्या के जन्मभूमि चंदखुरी गांव म ही अब माता के भव्य मंदिर के निर्माण शुरू होही। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह आज धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल अउ परिवार के सदस्य मन संग चंदखुरी पहुंचके माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर म पूजा-अर्चना करत प्रदेश के खुशहाली अउ समृद्धि के कामना करिन। ये मउका म ओमन मंदिर के सौन्दर्यीकरण अउ परिसर के विकास खातिर तैयार परियोजना के विस्तृत जानकारी लीस।
जानबा होवय के छत्तीसगढ़ सरकार राम वन गमन पथ के सबो महत्वपूर्ण स्थल मनला पर्यटन स्थल के रूप म विकसित करत हाबे। येकर शुरूआत चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर के सौंदर्यीकरण बुता ले बीते 22 दिसम्बर के भूमि-पूजन के साथ कर दे गे हावय। भव्य मंदिर निर्माण के कार्ययोजना म परिसर म विद्युतीकरण, तालाब के सौंदर्यीकरण, घाट निर्माण, पार्किंग, परिक्रमा पथ के विकास आदि कार्य शामिल हावय।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह ये मउका म किहिन के छत्तीसगढ़ भगवान राम के ननिहाल आए। इहां कण-कण म भगवान राम बसे हाबे। भगवान राम ह वनवास के बहुत साल इहे बिताये हाबे। छत्तीसगढ़ सरकार भगवान राम के वन गमन मार्ग ल पर्यटन परिपथ के रूप म विकसित करही। ताकि ये स्थल मनला राष्ट्रीय अउ अंतर्राष्ट्रीय स्तर म चिनहारी मिल सके। श्री बघेल ह किहिन के चंदखुरी म 15 करोड़ के लागत ले सौन्दर्यीकरण के बुता कराये जाही। तालाब के बीच म पुल के मजबूती के साथ ही इहां परिक्रमा पथ, सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला अउ शौचालय बनाये जाही। सौन्दर्यीकरण कार्य के भूमिपूजन तो होगे हाबे अऊ काम अगस्त के तीसरइस सप्ताह ले शुरू हो जही।
मुख्यमंत्री जी ह से मउका म ग्रामीण मनके म मंदिर के तिर ले बायपास सड़क के स्वीकृति प्रदान करत हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिस। अऊ ग्रामवाले मनल के सहुलियत ल देखके चंदखुरी म राष्ट्रीयकृत बैंक के शाखा खोले के निर्देश जिला अधिकारी ल दीस। श्री बघेल मंदिर परिसर म बेल अउ उंकर धर्मपत्नी ह महुआ के पौधा लगाइन। साथ ही परिसर म आवंला, पीपल, अमरूद अउ करंज आदि के पौधा तको लगाए गीस। ये मउका म नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, जनपद पंचायत आरंग के अध्यक्ष खिलेश देवांगन, ग्राम पंचायत चंदखुरी के सरपंच श्रीमती मालती धीवर अउ कौशल्या माता समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र वर्मा सहित आन ग्रामीणजन उपस्थित रिहिन।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।