खैरागढ़.24। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कुलपति के रूप म प्रदेश के सुप्रसिद्ध लोक गायिका श्रीमती मोक्षदा (ममता) चंद्राकर ह पदभार लीस। ये मउका म विश्वविद्यालय के पदेन कुलपति डॉ. मांडवी सिंह ह नवा कुलपति के सुवागत करत कार्यालय म उनला कार्यभार सउंपिन।
जानबा होवय के इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय ह प्रदेश ही नहीं देश म तको बड़का नाम आए। येकर स्थापना खैरागढ़ रियासत के 24वां राजा विरेन्द्र बहादुर सिंह अउ रानी पद्मावती देवी ह अपन राजकुमारी 'इन्दिरा' के नाम म ओकर जनमदिन 14 अक्टू्बर 1956 के करिन हाबे। केहे जाथे के राजकुमारी ल संगीत के गजब शौक रिहिसे, फेर असमय मउत के बाद ओकर सुरता म राजा साहब अउ रानी साहिबा ह संगीत विश्वविद्यालय शुरू करके नाव ल अमर कर दिस।
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ म अब कुलपति के रूप म प्रदेश के लोक गायिका श्रीमती ममता चंद्राकर के नियुक्ति कलाकार मनबर तको खुशी के बात आए। डॉ. मांडवी सिंह ह तको उंहचे पढ़के मास्टर ले कुलपति पद तक पहुंचिन, अऊ ममता चंद्राकर तको उही विश्वविद्यालय म सन 1980 के दशक म संगीत के पढ़ाई करे हाबे। अब उहा कुलपति बनना एक सुखद संयोग आए। प्रदेश के लोककला ल शिखर तक पहुंचाये म ममता जी के जबर योगदान हावय इही सेती भारत सरकार कोति ले उनला पद्मश्री ले नवाजे जा चुके हाबे। ओमन ह लंबा समय तक आकाशवाणी के केन्द्र निदेशक के रूप म तको सेवा दे हाबे। अइसन विभूति मनके कुलपति बने ले अब निश्चित ही खैरागढ़ विश्वविद्यालय म कला अउ संगीत के नवा बानगी देखे बर मिलही।
कोरोना राई ल देखत पदभार ग्रहण के सादा कार्यक्रम म इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कुछ ही कलागुरू मनके उपस्थिति म नवा जिम्मेदारी ल संभालिस। ये मउका म पद्मश्री ममता चंद्राकर जी ल जाने माने फिल्ममेकर दाऊ प्रेम चंद्राकर, अशोक तिवारी, शशीमोहन सिंह, संतोष जैन, राकेश तिवारी, चंद्रशेखर चकोर, पुष्पेन्द्र सिंह, प्रकाश अवस्थी, विजय चंद्राकर, कुलेश्वर ताम्रकार, दुष्यंत हरमुख, रजनी रजक, योगेन्द्रे चौबे, अनुपम वर्मा, जयंत साहू, जागेश्वरी मेश्राम अउ चंद्रभूषण वर्मा के अलावा तमाम बड़े लोक कलाकार मन बधाई दे हाबे।
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