रायपुर जिला प्रशासन कोति ले मिले आरो के मुताबिक सामुदायिक बारी लगाके जिला के महिला मन सुघ्घर सब्जी-भाजी के खेती करत हाबे। जेमा आरंग विकासखंड के ग्राम चपरीद म गठित महिला स्व-सहायता समूह ‘जय मां चण्डी’ के महिला सदस्य मन 2 एकड़ के सामुदायिक बारी म बरबटी, लौकी, भिण्डी, तरोई, कद्दू अऊ आन सब्जी लगाये हाबे।
अइसने ग्राम गुल्लू म गठित महिला स्व सहायता समूह ‘जय गंगा मईया’ ह 2.5 एकड़ सामुदायिक बारी म बरबटी, करेला, भिण्डी, सेमी अऊ आन सब्जी लगाये हाबे। ग्राम अकोलीकला म गठित महिला स्व सहायता समूह ‘तिरंगा स्व सहायता समूह’ के महिला मन 2.5 एकड़ सामुदायिक बारी म बरबटी, कद्दू, भिण्डी, लौकी अऊ आन सब्जी लगाये हाबे।
अइसने अभनपुर विकासखण्ड के ग्राम नवागांव 'ल' म गठित महिला स्व सहायता समूह ‘जय मां कर्मा महिला स्व सहायता समूह’ ह 1 एकड़ सामुदायिक बारी म गेंदा के पौधा लगाये हाबे जेन म बने बढ़वार दिखत हाबे। गांव के महिला मनके लगाये ये बारी ले निकलत साग-भाजी ल तुरते लोगन मन बिसा लेथे, गांवे म मिले के संग सब्जी ह ताजा अउ पौष्टिक वाला रिथे। घर बइठे येकर ले बने अऊ का चाहि, इहि ओढ़र म समूह के दीदी मनला बने आमदनी तको हो जथे।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।