कोण्डागांव के शिल्पकार अशोक चक्रधारी के मैजिक दीया 24 घंटा बरथे : देखव टेराकोटा अदभुत कलाकारी

अंजोर
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अंजोर.रायपुर। कोण्डागांव के शिल्पकार अशोक च्रकधारी के बनाये दीया के सबो कोति घातेच बड़ई होवत हाबे। जेन कोनो उंकर कलाकारी के नमूना देखे हाबे ओमन तो, जय जय गावत हाबे। ये जादुई दीया ल दू भाग म बनाये गे हावय, दीये के ऊपर वाला भाग म तेल भरके ओला उलट के रख देथे। अउ खाल्हे के दीया म धीरे-धीरे तेल डरकत जाथे। अइसे रकम ले खाल्हे  के दीया के तेल सिराबे नी करय, एक पइत भरबे तेने तेल म 24 घंटा बरत रिथे दीया ह। इही बात के आरो लेवत खातिर प्रदेश के ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार टेराकोटा शिल्पकार तिर पहुंचिस। ये मउका म ओमन किहिन के सबो जाति-धर्म के लोगन अपन आराध्य देवी-देवता के पूजा-अर्चना अऊ आन बेरा-कुबेरा म तको दीया बारथे। अइसन सरलग 24 घंटा बरइया दीया ले आस्था अउ विश्वास बढ़थे।

टेराकोटा के शिल्पकार मन ह कोरोना संक्रमण काल के दौर म अभिव्यक्ति ल शिल्प-कला के माध्यम ले व्यक्त करत उत्कृष्ट कलाकृति तइयार करे हावे, जोन काबिले तारीफ हावय। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ह ग्रामोद्योग म संचालित गतिविधी के सराहना करत किहिन के ग्रामोद्योग ग्रामीण मनके जीवन-यापन के आधार बनत हावय अउ ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण म अपन महत्वपूर्ण सहभागिता निभाये हावय।

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