अंजोर. नई दिल्ली 22 अप्रेल 2021। देशभर म रोज नवा कोविड मामला म बढ़ोतरी होत हावय, जेकर सेती रेमडेसिविर जइसे कुछ दवा मनके खपत भी तेजी ले बढ़े हावय। अस्पताल मन म गंभीर लक्षण वाले कोविड रोगी मनके के नैदानिक प्रबंधन ले भी ऑक्सीजन के जादा खपत होत हावय। हाल के दिन म केंद्र सरकार ह देशभर के अस्पताल मन म ऑक्सीजन के आपूर्ति ल बढ़ाने के खातिर कई कदम उठाए हावय।
देश के तीन बड़े डॉक्टर प्रो. (डॉ.) रणदीप गुलेरिया, निदेशक एम्स, डॉ. देवी शेट्टी, चेयरमैन नारायण हेल्थ अउ डॉ. नरेश त्रेहन, चेयरमैन मेदांता अस्पताल ह रेमडेसिविर के उचित उपयोग, स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय उपचार प्रोटोकॉल के तहत जांच चिकित्सा के श्रेणी म शामिल अउ अस्पताल मन म कोविड रोगी मनके उपचार म ऑक्सीजन के इस्तेमाल ले संबंधित आने-आने मसला म जानकारी दीस।
डॉ. गुलेरिया ह किहिन के कोविड के मामला म 85 प्रतिशत ले जादा लोगन रेमडेसिविर उक के रूप म कोनो विशिष्ट उपचार के बिना ही ठीक हो जाही। ज्यादातर लोगन म सामान्य सर्दी, गला म खराश उक जइसे लक्षण होही अउ 5-7 दिन म उपचार के संग ठीक हो जाही। केवल 15 प्रतिशत लोगन कोविड के मध्यम चरण म जा सकत हावयं।
डॉ. शेट्टी ह किहिन के अगर कोनो पॉजिटिव होथे तो डॉक्टर ले संपर्क करें अउ उंकर राय लें। ओमन आगू ये भी सलाह दीस के अगर रिपोर्ट पॉजिटिव हावय तो घबराये नइ काबर के समस्या आसानी ले दूर हो सकत हावय बशर्ते प्रारंभिक अवस्था म चिकित्सकीय सहायता मिल जाए अउ डॉक्टर के निर्देश के पालन करे जाए।
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