आमचो बस्तर के भावना ल केंद्र म रखत हुये जिला प्रशासन नित नवा प्रयोग करत हावय। जेमा महिला समूह के निर्माण, यूनिक डिजाइन, मार्केटिंग, एकाउंटिंग म प्रशिक्षण देके ओला आकर्षक अउ बाजार के मांग मुताबिक समान अउ वैल्यू एडेड उदपाद के निर्माण कराये जात हावय। अभी के बेरा म महिला समूह के जिनिस के मार्केटिंग बर ट्राईफेड, बस्तर कला गुड़ी, ट्राइबल टोकनी, लोका बाजार, सॉफ्टवेयर, पंखुड़ी सेवा समिति, अमचो बस्तर बाजार, सहित आन संबंधित संस्थान ले अनुबंध कराये गे हावय जेकर अच्छा प्रतिफल मिलत हावय।
बस्तर म समूह ले जुड़ी महिला मन ये दिन कलाकृति म वैल्यू अडिशन करे म जुटे हावय। पहिली ले प्रचलित बाँस कला, मृदा कला, टेराकोटा, तुम्बा आर्ट, सीसल कला, हस्तनिर्मित अगरबत्ती अउ धूपबत्ती अउ ढोकरा क्राफ्ट के नवा आकर्षक डिजाइन ले संभावना ल अउ भी जादा बढ़ा दे हावय। बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ह बताइन के परंपरागत अउ नवा डिजाइन के प्रोडक्ट्स के अच्छा मांग हावय। सोशल अउ डिजिटल प्लेटफार्म म प्रोडक्ट्स के प्रचार ले बेचे म भी बढ़ोतरी होए हावय। हम सरलग मार्केटिंग सिस्टम के मजबूत बनाये म लगे जुटे हावन। बस्तर हस्तशिल्प के पर्यटन ले जोड़े के जिला प्रशासन के योजना हावय येकर तहत मुख्य पर्यटन जगह म सुविनियर शॉप खोले जाही, जेमा बस्तर के सबो कलाकृति ल अवलोकन अउ बेचे बर रखे जाही।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।