3 साल बाद अचानक मिलिस गवाये लइका, गांव म खुशी के ठिकाना नइये.., पढ़व पूरा मामला

अंजोर
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अंजोर.सूरजपुर, 19 जून 2021। कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन म अउ पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा अउ जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेस सिंह सिसोदिया महिला बाल विकास विभाग के निर्देशन म ये सूचना मिले म के सूरजपुर के कोनो बालक नवा दिल्ली म हावय जेन के बोल नइ पावे, सुन नइ सके। मिले जानकारी मुताबिक बालक के घर वाला ल खोजना एक चुनौती रिहिस। ए बुता बर जिला कार्यक्रम अधिकारी डहर ले चाईल्ड लाइन अउ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के ए रकम के बालक जेन बोल अउ सुन नइ सकय के माता-पिता के खोज करे बर निर्देशित करिन। 

चाईल्ड लाइन डहर ले पतासाजी करे म सिलफिली के एक गांव ले गोड़ परिवार ले 3 साल पहिली एक अइसे ही बालक के लापता के सूचना म जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया, सरंक्षण अधिकारी प्रियंका सिंह अउ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संग वो गांव म माता-पिता ले मिलिस। उंकर गोठबात ले लइका के हुलिया ले बर वीडियो कॉल डहर ले वो लइका के माता-पिता अउ उंकर छोटे भाई बहन ले बात कराये म लइका डहर ले अपन छोटी बहिनी ल पहचान गे। ए बखत माता-पिता, भाई बहिनी सबो अपन लइका के 3 साल बाद सकुशल देखके गजब भावुक हो गे। सांकेतिक भाषा के डहर ले उंकर पुष्टि करे म लइका के घर सत्यापन रिपोर्ट डीसीपीओ मनोज जायसवाल डहर ले नवा दिल्ली भेज गिस।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डहर ले पुलिस कप्तान राजेश कुकरेजा ले बात करके एक टीम गठन बर सहयोग मांगा गिस। तुरते उंकर डहर ले कार्यालय सरगुजा ले अनुमति मिले के बाद एक पुलिस अधिकारी के टीम के संग समन्वय स्थापित करे बर निर्देशित करे गिस। जिला कार्यक्रम अधिकारी डहर ले नवा दिल्ली के बाल गृह अधिकारी अउ बाल कल्याण समिति के चेयरमेन ले सम्पर्क करके अपन टीम के मार्गदर्शन करिन।

18 जून के टीम के सकुशल वापिस आये म सबो सदस्य मन के कोविड टेस्ट होए के बाद लइका ल बाल कल्याण समिति सुरजपुर ल प्रस्तुत करके उंकर माता-पिता के सुपुर्द करिन। गृह सत्यापन म बालक के माता-पिता डहर ले अवगत कराइन गिस के बालक जय (परिवर्तित नाम) तीन साल पहिली कहीं चले गे रिहिस जेकर आसपास पता करिन पता नइ चल पाये रिहिस। 

बालक के घर पहुंचते ही परिवार के आन सदस्य, पास पड़ोस के लोगन बालक ले मिले बर आइन अउ सबो बहुत खुश होगे। सार्थक प्रयास ले तीन साल पहिली गुम होए बालक ल उंकर माता-पिता ले मिलगे। नवा दिल्ली के टीम, जिला बाल संरक्षण इकाई मबावि, चाईल्डलाइन, पुलिस टीम के विशेष योगदान रिहिन।

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