अंजोर.अम्बिकापुर, 19 जून 2021। अवइया फसल बुवाई बुता के पहिली खुल्लाे म चरात करत पशु मन के रोकथाम बर ए साल फेर शुरू होही रोका-छेका कार्यक्रम। येकर खातिर 20 जून तक सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधी मन अउ ग्रामीणजन गांव स्तर म बइठक आयोजित करके रोका-छेका प्रथा मुताबिक पशु मन ल बांधके रखे अउ पशु मन के रोकथाम ले फसल बचाव के फइसला ले जाही। रोका-छेका कार्यक्रम आयोजन के संबंध म कृषि उत्पादन आयुक्त डहर ले परिपत्र जारी करे गे हावय।
परपित्र म किहिन के रोका-छेका प्रथा ले गउठान म पशु मन के प्रबंधन अउ रखरखाव के उचित बेवस्था बर गउठान प्रबंधन समिति के बइठक आयोजित करे जाए। अइसे गउठान जेन सक्रिय परिलक्षित नइ होत हावय उहां आवश्यकतानुसार प्रभारी मंत्री के अनुमोदन ले समिति म संशोधन करके सदस्य मन के सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करे जाए।
पहटिया या चरवाहा के बेवस्था ले पशु मन के गउठान म व्यवस्थापन सुनिश्चित कराएं। गउठान म पशु चिकित्सा अउ स्वास्थय शिविर के आयोजन कराए। वर्षा के मौसम म गोठान म पशु मनके सुरक्षा बर व्यापक प्रबंध करे जाए। वर्षा ले जल भराव के समस्या दूरिहा करे के खातिर गउठान म जल निकास के समुचित बेवस्था करे जाए अउ गउठान परिसर म पशु मन के बैठे बर कीचड़ उक ले मुक्त ठऊर के उपलब्धता सुनिश्चित करे जाए।
वर्षा अउ बाढ़ ले गोधन न्याय योजना ले बिसाये गोबर, उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट अउ सुपर कम्पोस्ट के सुरक्षित रखे के प्रबंध करे जाए। जैविक खेती बर वर्मी कम्पोस्ट अउ सुपर कम्पोस्ट के महत्ता के व्यापक प्रचार-प्रसार करे जाए। गोधन न्याय योजना ले उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट अउ सुपर कम्पोस्ट के खेती म उपयोग बर किसान मनला प्रेरित करे जाए। गउठान म पर्याप्त चारा (पैरा आदि) के बेवस्था करे जाए। गउठान ले संबंद्ध स्वसहायता समूह डहर ले उत्पादित सामग्री के प्रदर्शन कराए।
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