कोरोना ले हमेशा के खातिर मउत के नींद सो गे वो लोगन जेन घर के मुखिया रिहिस, सरकारी नौकरी म रिहिस अउ जेकर म पूरा परिवार के जिम्मेदारी रिहिस, अचानक ले उंकर मउत परिवार के खातिर कोनो सदमा ले कम नइ रिहिस। एक कोति घर के कमाऊ सदस्य के एकाएक मउत के गम त दूसरी कोति अनुकम्पा नियुक्ति के लेके साल जुन्ना पेचीदगी। अनुकम्पा नियुक्ति म 10 प्रतिशत के सीमा बंधन होए के सेती ले चौतरफा मुसीबत ले घिरे परिवार के पास सिवाए आंसू ओखी कुछ न रिहिस। अइसे म प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संवेदनशील पहल अनुकम्पा नियुक्ति के प्रावधान ल 31 मई 2022 तक शिथिल करके पीडित परिवार के आश्रित अउ पात्र सदस्य मन ल शासकीय विभाग म अनुकम्पा दे के लघियात फइसला ह कोरोना के लहर म उजड़ चुके परिवार ल फेर ले संवारे के काम करिन।
बतौर अनुकम्पा सरकारी नौकरी मिले ले अनुकम्पा पवइया मन के दिल म अपन मृत पिता, पति या मां के सपन ल पूरा करे के उम्मीद बन गे हावय। अइसने ही अनुकम्पा वाला कुछ लोगन ले जब मुख्यमंत्री के संवाद होइस त सबो ह अनुकम्पा नियुक्ति म नियम शिथिल करे म मुख्यमंत्री के आभार व्यक्त करिन..., मुख्यमंत्री तको सबे आपबीती सुनके भावुक होगे।
जानबा हावय के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अध्यक्षता म बीते 18 मई के होए कैबिनेट के बइठक म अनुकंपा नियुक्ति के खातिर पद के सीमा-बंधन म छूट दे के फइसला ले गे रिहिस। अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरण के निराकरण के दृष्टि ले राज्य शासन डहर ले पहिली म प्रावधानित दस प्रतिशत पद के सीमा-बंधन ल 31 मई 2022 तक के खातिर शिथिल करे गे हावय।
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