मुख्यमंत्री दीस गउठान म मवेशी मन खातिर हरियर चारा के बेवस्था करे के निर्देश

अंजोर
0

अंजोर.रायपुर, 24 जून 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह सुराजी गांव योजना के तहत बने गउठान म अनिवार्य रूप ले चारागाह विकसित करे के निर्देश दे हावयं। ओमन किहिन के गउठान म आने वाला पशु मन ल सूखा-चारा के संग हरा चारा के भी बेवस्था होना चाही। येकर खातिर ओमन सबो जिला के कलेक्टर मन ल गउठान समिति मन के माध्यम ले गउठान म चारागाह के खातिर सुरक्षित भूमि म नेपियर घास सहित ज्वार, बाजरा, मक्का उक के बुआई सुनिश्चित करवाये ल किहिन हावय। चारागाह विकास के काम गउठान समिति मन के पास उपलब्ध रकम म करे जा सकही। कृषि अउ पशुपालन विभाग डहर ले भी चारागाह विकास के बुता म गउठान समिति मन के जरूरी मार्गदर्शन अउ मदद दे जाही।

जानबा होवय के सुराजी गांव योजना के तहत राज्य म 10 हजार ले जादा गउठान के निर्माण के स्वीकृति दे गे हावय, जेमा ले 5600 ले जादा गउठान बने हो चुके हावयं। गउठान समिति मन पशु चिकित्सा विभाग के मार्गदर्शन म 1982 गउठान म चारागाह तइयार करे गे हावय अउ इहां पशु मन के खातिर हरा चारा के बुआई करे गे हावय। पशु चिकित्सा विभाग ले मिले जानकारी के मुताबिक ये गउठान म लगभग डेढ लाख क्विंटल हरा चारा उत्पादित पशु मन के आहार के रूप म उपलब्ध कराये गे हावय। 

गउठान म पैरा दान के माध्यम ले बीते साल 2 लाख 16 हजार 418 मेट्रिक टन पैरा एकत्र करे गिस। जेकर जरिए पशु मन के चारा के प्रबंध गउठान म होइस। महिला स्व-सहायता समूह के रोजगार ले जोड़े के खातिर 216 गउठान म मल्टीएक्टीविटी सेंटर स्थापित करे गे हावयं, जिहां महिला समूह डहर ले मुर्गी, बकरी, सूकर अउ कड़कनाथ मुर्गी पालन सहित आन आयमूलक गतिविधी संचालित करे जात हावय। पशु चिकित्सा विभाग डहर ले गउठान म पशु मन के उपचार, कृमि नाशक दवापान, टीकाकरण अउ कृत्रिम गर्भाधान के बुता सरलग रूप ले करे जात हावय।

पशु चिकित्सा विभाग डहर ले पशु मन के वर्षा ऋतु म होवइया संक्रामक बीमारी ले बचाये के खातिर सतत रूप ले टीकाकरण के बुता करे जात हावय। अब गउठान पशु मन के उपचार अउ टीकाकरण केन्द्र के रूप ले चुके हावयं। पशु चिकित्सा विभाग डहर ले अब तक राज्य म गलघोटू अउ एकटंगिया बीमारी ले बचाव के खातिर राज्य म 17 लाख 14 हजार ले जादा पशु मन के अब तक टीका लगाये जा चुके हावय। गलघोटू अउ एकटंगिया के टीका पशुधन विकास विभाग डहर ले गउठान म, गांव म शिविर लगाके अउ पशु अस्पताल अउ केन्द्र म सरलग रूप ले करे जात हावय। राज्य म अब तक 9 लाख 73 हजार पशु मन ल गलघोटू (एच. एस.) अउ एकटंगिया रोग ले बचाव के खातिर 740 लाख पशु मन के बी.क्यू. टीका लगाये जा चुके हावय।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !