गोधन योजना म आधारित राज्य के झांकी ल राष्ट्रीय मीडिया के मिलिस सराहना

अंजोर
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अंजोर.रायपुर 22 जनवरी। गणतन्त्र दिवस म राजपथ म निकलइया राज्य के झांकी ल आज नवा दिल्ली के राष्ट्रीय रंगशाला म प्रेस प्रीव्यू आयोजित करिन। प्रेस प्रीव्यू के बखत छत्तीसगढ़ के गाँव अउ गउठान म आधारित झांकी ल राष्ट्रीय मीडिया की सराहना मिलीस। ए बखत झांकी के तीर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकार मन ह ककसाड़ नृत्य के प्रदर्शन करिन।

राजपथ म निकलइया छत्तीसगढ़ के झांकी गोधन योजना म केंद्रित हावय। ग्रामीण संसाधन के उपयोग के पारंपरिक ज्ञान अउ वैज्ञानिक दृष्टिकोण के समन्वय ले एक संग केऊ वैश्विक चिंता के समाधान के खातिर ये झांकी विकल्प प्रस्तुत करत हावय। झांकी के अगले भाग म गाय के गोबर के इकट्ठा करके ओला बेचे के खातिर गउठान के संग्रहण केन्द्र तनि ले जात ग्रामीण महिला मन ल दर्शाये गे हावय। ये महिला मन पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा म हावयं। ओमन हाथ ले बने कपड़ा अउ गहना पहन रखे हावयं। इही म ले एक महिला ल गोबर ले जिनिस तइयार करके बेचे के खातिर बाजार ले जाते देखाये गे हावय। उंकर चारों तनि सजे फूल के गमला गउठान म साग-सब्जी अउ फूल के खेती के प्रतीक हावयं। नीचे के तनि गोबर ले बने दीया की सजावट हावय। ये दीये ग्रामीण महिला मन के जीवन म आए स्वावलंबन अउ आत्मविश्वास के प्रतीक हावयं।

झांकी के पाछु भाग म गउठान के रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप म विकसित होवत देखाये गे हावय। नवा तकनीक अउ मसीन के उपयोग करके महिला मन स्वयं के उद्यमिता ल विकास करत हावयं। वो गांव म छोटे-छोटे उद्योग संचालित करत हावयं। बीच भाग म देखाये गे हावय के गाय के ग्रामीण अर्थव्यवस्था के केंद्र म रखके कोन रकम ले पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती, पोषण, रोजगार अउ आय म बढ़ोतरी के लक्ष्य ल हासिल करे जा सकत हावय। सबले आखिर म चित्रकारी करत ग्रामीण महिला पारंपरिक शिल्प अउ कला के विकास के चिन्हाकरी हावय। झांकी म भित्ती-चित्र शैली म विकसित होत जल प्रबंधन प्रणाली, बढ़त उत्पादकता अउ खुशहाल किसान ल देखाये गे हावय। इही क्रम म गोबर ले बने जिनिस अउ गोबर ले वर्मी कंपोस्ट तइयार करत स्व सहायता मदद समूह के महिला मन ल देखाये गे हावय।

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