अंजोर.रायपुर, 24 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह 25 जनवरी के राष्ट्रीय पर्यटन दिवस म प्रदेसवासी ल बधाई अउ सुभकामना दीस हावय। ओमन अपन बधाई संदेश म किहिन हावय के पर्यटन के देश-प्रदेश के अर्थव्यवस्था म जरूरी ठऊर रखत हावय। येकर ले न सिरिफ लोगन के स्थानीय सांस्कृतिक, भौगोलिक, प्राकृतिक, ऐतिहासिक जगह ल जाने के मउका मिलत हावय, बल्कि ये हजारों परिवार के जीवनयापन के खातिर आजीविका के नवा रद्दा तको खोलत हावय। एला देखत होए राज्य सरकार अपन जुन्नाा धरोहर ल विकसित करके प्रदेस मन म पर्यटन के बढ़ावा दे के कार्ययोजना म काम करना हावय।
श्री बघेल ह किहिन के पुरातात्विक धरोहर अउ प्राकृतिक विविधता ले परिपूर्ण छत्तीसगढ़ के पर्यटन देश म अपन पहचान स्थापित करत जात हावयं। इहां प्राकृतिक सौंदर्य ले परिपूर्ण केऊ रमणीय जगह के संग गौरवशाली अतीत अउ समृद्ध विरासत ल संजोए केऊ पुरातात्विक अउ ऐतिहासिक महत्व के जगह हावयं। सिरपुर म शैव, वैष्णव, बौद्ध अउ जैन मठ के सहअस्तित्व के पुरातात्विक प्रमाण हावय। सरगुजा के रामगढ़ म सीताबेंगरा गुफा, प्राचीनतम नाटयशाला, बस्तर म चित्रकोट, तीरथगढ़ के जलप्रपात, कुटुमसर के गुफा तक पूरा छत्तीसगढ़ म केऊ जगह पर्यटन के दृष्टि ले बिसेस महत्ताक के हावयं। महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के जनम ठउर के रूप म चम्पारण के बिसेस महत्ताक हावय। प्राकृतिक जगह के पर्यटन के दृष्टि ले विकास के संग ही उहां मनोरंजन, ठहरे, भोजन उक के बेवस्था करके रिसोर्ट के रूप म विकसित करे जात हावय। छत्तीसगढ़ के पवित्र भूमि म जिहां-जिहां भगवान श्रीराम वनवास काल म गिस ओला राम वन गमन पथ के रूप म विकसित करे जात हावय।
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