अंजोर.रायपुर,24 जनवरी। नरवा, गरवा, घुरवा, बारी कार्यक्रम ले नरवा उपचार के कोशिश अब रंग लात हावयं। राजनांदगांव जिला के ठाकुरटोला-गर्रा नरवा जेला 'पटपर' नरवा के नाम ले तको जाने जाए, अब जनवरी के महीना म पानी तको नजर आत हावय। गांव पंचायत अउ किसान मन के मेहनत अउ मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) ले 48 लाख 31 हजार रूपिया के लागत ले होत नरवा उपचार के बुता ह ए नाला ल पुनर्जीवित करके दे हावय। नरवा उपचार के बाद उहां ठहरे पानी ले पटपर गांव के 20 किसान 50 एकड़ म रबी के फसल लेत हावयं। पटपर नरवा के संरक्षण अउ संवर्धन के खातिर वर्ष-2019 म स्वीकृत 27 बुता म ले 20 अब पूरा हो चुके हावयं। ए बखत गर्रा पंचायत के 521 मनरेगा मजदूर के 31 हजार 231 मानव दिवस के सोज रोजगार तको मिले हावय। नरवा उपचार के खातिर पटपर गांव म नया तरिया तको निर्माणाधीन हावय।
राजनांदगांव जिला के छुईखदान विकासखण्ड मुख्यालय ले करीब 15 किलोमीटर के दूरिहा म गर्रा गांव पंचायत हावय। येकर आश्रित गांव पटपर म कोहकाझोरी बांध के लकठा के पहाड़ी ले पटपर नरवा के उदगम होथे। गर्रा, पटपर अउ गांव पंचायत के एक आन आश्रित गांव जुझारा ले होके ये लगभग 7.77 किलोमीटर के यात्रा करके एक आन नरवा मंडीपखोल म जाके मिल जात हावय। पटपर नरवा के कुल जलग्रहण क्षेत्र (कैचमेन्ट एरिया) करीब 1007 हेक्टेयर हावय। वन क्षेत्र म येकर लम्बाई 3.62 किलोमीटर अउ राजस्व क्षेत्र म 4.15 किलोमीटर हावय, जबकि जलग्रहण क्षेत्र क्रमशः 394.89 हेक्टेयर अउ 611.61 हेक्टेयर हावय।
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