कोसा उत्पादन |
अंजोर.रायपुर, 14 फरवरी। कोसा उत्पादन म देश म प्रमुख ठऊर रखइया छत्तीसगढ़ राज्य के पारम्परिक मनमोहक रेशमी कपड़ा ह राज्य के विशिष्ट पहचान दिलाये हावय। राज्य म कोसा उत्पादन के मामला म कोरिया जिला तको अव्वजल जिला म सामिल हो गे हावय। इहां उत्पादित कोसा फल राज्य के चाम्पा जांजगीर जिला के संग-साथ पश्चिम बंगाल के कोसा कपड़ा उत्पादक जिला म आपूर्ति करे जात हावय। जिला म कोसा फल के उत्पादन म बड़ संख्या म महिला स्व-सहायता समूह जुरे होए हावय। अभी के बेरा म ए बुता ले 15 समूह म 215 महिला मन के रोजगार मिलत हावय।
रेशम विभाग ले मिले जानकारी के मुताबिक जिला म साल 2021-22 म अब तक 19 लाख 17 हजार 344 कोसा उत्पादित करे गे हावय। बीते साल इहां 14 लाख 89 हजार 581 नग कोसे के उत्पादन होइस। पाछु बार के तुलना म ए बार उत्पादन म 4 लाख 27 हज़ार 763 नग कोसा उत्पादन के बढ़ोतरी होए हावय। इहां कोसा के तीन प्रजाति के कीड़ा पालने के बुता करे जात हावय जेमा शहतूत (मलबरी) कृमिपालन, टसर (डाबा) कीटपालन अउ नैसर्गिक रैली कोसा कीट पालन सामिल हावय।
अधिकारी मनने बताइन के जिला म 15 उत्पादन केन्द्र म 127 हेक्टेयर भूमि म 3 लाख 74 हजार पौधा मन म कोसा कीट पालन करे जा रिहिन हावय। इहां उत्पादित कोसा फल ल बेचे खपत के संग पश्चिम बंगाल म तको जात हावय। ए साल 16 लाख 91 हज़ार 641 रूपिया के कीमत के 13 लाख 36 हज़ार 829 नग कोसा पश्चिम बंगाल अउ चाम्पा के बेचे गे हावय।
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