आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंध संकलन "भारतीय संस्कृति म मानवीय जिजीविषा" के पहिली प्रति भारत के राष्ट्रपति के हाथ

अंजोर
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Acharya Hazari Prasad Dwivedi Essay compilation | आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंध संकलन "भारतीय संस्कृति म मानवीय जिजीविषा" के पहिली प्रति भारत
Acharya Hazari Prasad Dwivedi Essay compilation

अंजोर.ए, नई दिल्ली्। भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द ह आज  राष्ट्रपति भवन म आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंध संकलन "भारतीय संस्कृति म मानवीय जिजीविषा" के पहिली प्रति आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष अउ निबंध संकलन के संपादक डॉ अपर्णा द्विवेदी ले पाइस। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी मेमोरियल ट्रस्ट के ट्रस्टी नूपुर पाण्डेय, रत्नेश मिश्र अउ अशोक महेश्वरी तको ए कार्यक्रम म उपस्थित रिहिस। 

भारतीय परंपरा म आधुनिकता अउ आधुनिकता म परंपरा के अप्रतिम द्रष्टा, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ह भाषा विज्ञान, समालोचना, सांस्कृतिक विमर्श, उपन्यास अउ निबंध के क्षेत्र म नवा रद्दा प्रशस्त करे। संत कबीर के महान साहित्यिक कवि के रूप म प्रतिष्ठित करे के श्रेय ओला ही दे जात हावय। गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के सानिध्य म उंकर योगदान ह हमर साहित्यिक विरासत के समृद्ध करिन हावय। ए मउका म अपन संक्षिप्त टिप्पणी म राष्ट्रपति ह कबीर जइसे कवि मनके कृतित्व के प्रसार म आचार्य द्विवेदी के योगदान ल सराहिन। संग ही ओमन जन-संपर्क भाषा के रूप म हिन्दी के प्रसार म बल देवे।

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