अंजोर.बेमेतरा 08 मार्च। बेमेतरा जिला म केरा के खेती 1029 हेक्टेयर म करे जात हावय। केला कटाई बाद केला तना के उपयोग केला रेशा, केला जल अउ केला पल्प निष्काशन बर गउठान गांव राखी के दू महिला स्व सहायता समूह ल जोड़के एक फार्मर्स इंकम ग्रुप के गठन करके किसान उत्पादक संगठन उन्नति किसान उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित साजा के डहर ले कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के तकनिकी मार्गदर्शन म करे जात हावय।
Banana Stem Fiber Production Unit
कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के कृषि वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह राजपुत ह बताइन के उन्नति किसान उत्पादक सहकारी समिति मर्या. साजा के डहर ले महिला एफआईजी के 5 लाख रूपिया के परिचक्रीय रकम दे जात हावय। केला तना के सरलग पूर्ति किसान उत्पादक संगठन डहर ले केला उत्पादक किसान मनसे संपर्क करके कराये जात हावय। केला तना रेशा रोज 50-60 किलोग्राम निकाले जा सकत हावय। केला तना रेशा के आपूर्ति खादी ग्रामोद्योग, हाथकरघा विभाग बुनकर समिति, गुजरात पश्चिम बंगाल अउ आन राज्य के आने-आने कम्पनी ल करे जाही।
डॉ. राजपुत ह बताइन के गुजरात के एक अल्ट मेट प्रा. लि. कम्पनी डहर ले हमर केला तना रेशा के नमुन के गुणवत्ता के राष्ट्रीय स्तर म सर्वश्रेष्ठ केला तना रेशा बताये गे हावय। गउठान गांव राखी म केला तना रेशा उत्पादन इकाई छत्तीसगढ़ राज्य के पहिली इकाई हावय। उच्च गुणवत्ता के केला चना रेशा ले हावयण्ड मेड पेपर बनाये के बुता लघियात ही जिला प्रशासन बेमेतरा के सहयोग ले सुरू करे जात हावय। हावयण्ड मेड पेपर मशीन डहर ले फाइल कव्हर, कैलेण्डर, डायरी, विजिटिंग कार्ड, बिहाव कार्ड, सामान्य पेपर उक बनाये के बुता करे जाही।
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