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Sahitya Akademi annual literary festival |
अंजोर.ए नई दिल्लीस। भारत के सबले समावेशी साहित्य उत्सव, ‘साहित्योत्सव’ 10 ले 15 मार्च 2022 तक नई दिल्ली म आयोजित करे जाही। फेस्टिवल ऑफ लेटर्स 2022 भारत के आजादी के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य म आयोजित समारोह के एक हिस्सा होही। कार्यक्रम के विषय स्वतंत्रता या स्वतंत्रता आंदोलन ले जुड़े होही। महोत्सव म भारत के स्वाधीनता आंदोलन ले संबंधित पुस्तक अउ आजादी के अमृत महोत्सव ले संबंधित आन सामान ल प्रदर्शित करे खातिर एक बिसेस कोना होही।
24 विजेता मन ल दे जाही साहित्य अकादमी पुरस्कार
ये महोत्सव संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल डहर ले 10 मार्च 2022 के अकादमी प्रदर्शनी के उद्घाटन के संग सुरू होही। प्रदर्शनी म पाछु साल आयोजित अकादमी के उपलब्धि अउ जरूरी कार्यक्रम ल प्रदर्शित करे जाही। अकादमी डहर ले मान्यता मिले 24 भारतीय भाषा के प्रतिनिधित्व करइया 26 युवा लेखक 10 मार्च 2022 के बिहनिया 10.30 बजे ले रवींद्र भवन लॉन म आयोजित ‘‘द राइज ऑफ यंग इंडिया’’ कार्यक्रम म भाग लेही। प्रख्यात असमिया लेखक येशे दोरजी थोंगची सम्मेलन के उद्घाटन करही। उही दिन, आने-आने भारतीय भाषा के प्रतिनिधित्व करइया प्रतिष्ठित प्रकाशक अउ लेखक मंझनिया 2.30 बजे ‘‘भारतीय भाषा म प्रकाशन म पैनल चर्चा’’ म भाग लेही।
देश भर के 42 प्रख्यात विद्वान भाग लेही अउ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन म साहित्य के प्रभाव के आने-आने पहलु म पेपर प्रस्तुत करही
24 आदिवासी भाषा के प्रतिनिधित्व के संग रवीन्द्र भवन लॉन म 11 मार्च 2022 के बिहनिया 10 बजे ले ‘‘आदिवासी लेखक के बैठक’’ आयोजित करे जाही। प्रख्यात बालती कवि श्री अखोन असगर अली बशारत येकर उद्घाटन करही। प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार 24 पुरस्कार विजेता मन ल 11 मार्च 2022 के संझा 5.00 बजे दे जाही अउ प्रस्तुति समारोह कॉपरनिकस रद्दा के कमानी सभागार म आयोजित करे जाही। प्रख्यात मराठी कवि अउ आलोचक डॉ. भालचंद्र नेमाडे पुरस्कार समारोह म मुख्य पहुना होही। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबर पुरस्कार देही।
सबो 24 पुरस्कार विजेता 12 मार्च 2022 के बिहनिया 10 बजे ले रवीन्द्रस भवन लॉन म ‘‘राइटर्स मीट’’ के खातिर एकत्र होही, जेमा वो समय के रचनात्मचक प्रक्रिया ल साझा करही जब ओमन पुरस्कार प्राप्त शीर्षक ल लिखे रिहिस। उही दिन, ‘‘1947 ले भारत म नाटक के विकास’’ विषय म रंगमंच के प्रख्यात हस्ती भानु भारती एक संगोष्ठी के उद्घाटन करही अउ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबर मंझनिया 2.30 बजे अध्यक्षता करही।
“भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन म साहित्य के प्रभाव” विषय म 3 दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 13-15 मार्च अकादमी सभागार म 13 मार्च 2022 के बिहनिया 10.30 बजे सुरू होही, हिंदी के प्रख्यात लेखक अउ साहित्य अकादमी के फेलो डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी उद्घाटन करही अउ प्रख्यात विद्वान डॉ. हरीश त्रिवेदी मुख्य भाषण दिही। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन म साहित्य के प्रभाव के आने-आने पहलु म देश भर ले 42 प्रख्यात विद्वान भाग लेही अउ चिट्ठी प्रस्तुत करही।
उही दिन मंझनिया 2.30 बजे परसिध लेखक देवेंद्र मेवाड़ी ‘‘फेंटेसी एंड साइंस फिक्श न ये इंडियन लैंग्वे जेस सिन्स 1947’’ विषय म एक संगोष्ठी के उद्घाटन करही। साहित्य अकादमी के अध्यतक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबर रवीन्द्रण भवन लॉन म 6.00 बजे जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य के भारत के सर्वोच्चं साहित्य सम्मान साहित्य अकादमी फैलोशिप ले सम्मानित करही।
14 मार्च 2022 के बिहनिया 10.30 बजे ‘‘मीडिया अउ साहित्य’’ म एक गोठबात के आयोजन करे जाही। आकाशवाणी के महानिदेशक वेणुधर रेड्डी येकर उद्घाटन करही, प्रख्यात मराठी लेखक विश्वास पाटिल येकर अध्यक्षता करही अउ दैनिक जागरण के साहित्यिक संपादक राजेंद्र राव विशिष्ट पहुना होही। उही दिन, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष अध्यक्षता करही अउ प्रख्यात गुजराती कवि डॉ. विनोद जोशी ‘‘ट्रांसजेंडर कवि सम्मेलन’’ म सम्मानित पहुना होही, जेन मंझनिया 2.30 बजे सुरू होही।
‘‘पूर्वोत्तारी: पूर्वोत्तार अउ पूर्वोत्तर के लेखक मन के बइठक 15 मार्च 2022 के बिहनिया 11 बजे सुरू होही। प्रख्यात हिंदी कवि डॉ. अरुण कमल येकर उद्घाटन करही अउ प्रख्यात असमिया लेखक डॉ. ध्रुबा ज्योति बोरा सम्मानित पहुना होही। उही दिन, परसिध अंग्रेजी लेखिका सुश्री ममंग माता उद्घाटन करही अउ प्रख्यात बंगाली कवि अउ लेखिका सुश्री अनीता अग्निहोत्री, “साहित्य अउ महिला सशक्तिकरण” म संगोष्ठी म मुख्य भाषण देही, जेन मंझनिया 2.30 बजे आयोजित करे जाही। महोत्सव के सबो दिन म अकादमी के पुस्तक प्रदर्शनी बिहनिया 10 बजे ले सायं 7 बजे तक आयोजित करे जाही।
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