अंजोर.ए। राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ह असम के तामुलपुर म बोडो साहित्य सभा के 61वां वार्षिक सम्मेलन म भाग लिस। ए मउका म राष्ट्रपति ह किहिन के केंद्र सरकार अउ पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्य सरकार के समिलहा प्रयास ले क्षेत्र म सद्भाव अउ शांति के वातावरण सरलग मजबूत होवत हाबे। ओमन किहिन के ए बदलाव म विकास बुता के अहम भूमिका हावय। ओमन ए बदलाव के खातिर केंद्र सरकार, राज्य सरकार अउ क्षेत्र के निवासी मन के सराहना करिस।
राष्ट्रपति ह किहिन के मई के महीना बोडो लोगन के खातिर बहुत जरूरी हावय, काबर के वो 1 मई के बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा के उंकर पुण्यतिथि म सुरता करत हावयं। ओमन किहिन के बोडोफा ह "जियो अउ जीने दो" के संदेश फैलाये रिहिस। बोडो स्वाभिमान के प्रति जागरूक रहत होए सबो समुदाय के संग सद्भाव बनाए रखे के उंकर संदेश हमेशा प्रासंगिक रइही।
राष्ट्रपति ह बोडो भाषा, साहित्य अउ संस्कृति के मजबूत करे म पाछु 70 साल के बखत अमूल्य योगदान दे के खातिर बोडो साहित्य सभा के सराहना करिस। ओमन किहिन के बोडो साहित्य सभा के संस्थापक-अध्यक्ष जॉय भद्र हगजर अउ महासचिव सोनाराम थोसेन ह बोडो भाषा के मान्यता देवाये के खातिर सराहनीय प्रयास करे हावयं। ए सभा ह स्कूली शिक्षा के माध्यम के रूप म बोडो भाषा के प्रयोग अउ उच्च शिक्षा म बोडो के ठऊर देवाये म तको जरूरी भूमिका निभाये हावय।
राष्ट्रपति ह किहिन के अब तक 17 लेखक मनके बोडो भाषा म उंकर रचना के खातिर साहित्य अकादमी पुरस्कार ले सम्मानित करे जा चुके हावय। एमे ले 10 लोगन के कविता के खातिर सम्मानित करे गे हावय। ये बोडोलेखक मनके बीच कविता के प्रति स्वाभाविक लगाव के दर्शात हावय। ओला ये जानकर खुशी होए के कई महिला मन बोडो साहित्य के आने-आने विधा म लिखत हावयं। फेर ये तको सत्य हावय के मूल रचना के खातिर साहित्य अकादमी पुरस्कार पाये वाला वरिष्ठ लेखक मन म केवल दू महिला मन हावयं। ओमन 'बोडो साहित्य सभा' ले महिलालेखक मनके प्रोत्साहित करे के गेलौली करिन। ओमन किहिन के कोनो तको साहित्य के जीवंत अउ प्रासंगिक बनाए रखे के खातिर युवा पीढ़ी के भागीदारी बहुत जरूरी हावय। इही सेती बोडो साहित्य सभा डहर ले युवालेखक मनके तको बिसेस प्रोत्साहन दे जाना चाही।
राष्ट्रपति ह किहिन के स्थानीय भाषाओं के संरक्षण अउ संवर्धन के जिम्मेदारी समाज अउ सरकार के होती हावय। ओमन असम सरकार ले बोडो भाषा के बढ़ावा दे के खातिर प्रयास करे के अपील करिस।
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