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अंजोर.रायपुर, 01 जून। कोरिया जिला के गांव चेरवापारा के मल्टी एक्टिविटी सेंटर म फेंसिंग पोल बनाके महिला मन लखपति बनत हावयं। राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी-गौठान (मल्टीएक्टिविटी सेंटर) के माध्यम ले ग्रामीण महिला मनल मल्टीएक्टिविटी गतिविधी ले जोड़े हावय। इही कड़ी म चेरवापारा के मां अम्बे स्व-सहायता समूह के महिला मन ह फेंसिंग बनाके 9 लाख रूपिया शुद्ध मुनाफा कमाके लखपति बनत हावयं। मल्टिएक्टिविटी गतिविधी के माध्यम ले अकताहा आमदनी पाके पूरा प्रदेस के महिला मन आत्मनिर्भरता के दिशा म एक नवा आयाम स्थापित करत हावयं।
मां अम्बे समूह के महिला मन ह बताइन के वो चेरवापारा मल्टीएक्टिविटी सेंटर म समूह के पांच महिला मन फेंसिंग पोल बनाये के काम करत हावयं। बीते दू साल म 8 हज़ार ले तको जादा फेंसिंग पोल के बनाये हावय अउ बेचत तको करत हावयं। समूह के सदस्य श्रीमती विमला राजवाड़े के बताती, अब तक 8 हज़ार 880 फेंसिंग पोल के बिक्री कर चुके हावयं। येकर ले समूह के 26 लाख 25 हजार रूपिया के आय होइस। एमे समूह के 9 लाख रूपिया के शुद्ध मूनाफा होइस हावय। सबोच महिला मन के डेढ़ लाख रूपिया के आमदनी होए हावय। विमला बताती हावयं के आजीविका संवर्धन के खातिर संचालित ये गतिविधी ले ओला जेन रकम मिली, वो ह उंकर बूरे वक्त म काम आही। पति के देहांत के बाद उंकर परिवार के आजीविका के संग-साथ तबियत खराब होए अउ बेटे के बिहाव म तको ये रकम काम आही।
विमला ह बताइन के उंकर समूह तीन साल ले फेंसिंग पोल बनाये बुता करत हावयं। समूह म उंकर संग राजकुमारी, फुलेश्वरी, किस्मत बाई अउ लीलावती सामिल हावयं। कोरोना काल म काम थोड़ा काम रिहिन। कोरोना म आये कमी के बाद काम म तेजी लात पोल बनाना सुरू करिन। 1 दिन म महिला मन लगभग 60 पोल बना लेत हावयं। एक पोल के लागत 210 रूपिया तक हावय। एक पोल 270 ले 300 रूपिया म बेचत हावयं। एक पोल म 80-90 रूपिया के मुनाफा हो जात हावय। समूह के महिला मन कहत हावयं के राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना मन अउ मल्टिएक्टिविटी सेंटर ले अब गांव म ही रोजगार मिलत रिहिन हावय अउ वो आत्मनिर्भर बन रहत हावयं।
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