अंजोर.रायपुर। कर्नाटक राज्य के टीम बिरस्पत के छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केन्द्र म संचालित प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख अउ शिक्षा (ईसीसीई) सहित आने-आने गतिविधी के अवलोकन करे बर पहुंचिस। टीम ह टाटा ट्रस्ट, यूनिसेफ अउ महिला अउ बाल विकास विभाग के समन्वय ले दुर्ग जिला के गांव मोहलई के आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र अउ गांव कोटनी के आंगनबाड़ी सहित गउठान के अवलोकन करिन। टीम ह ईसीसीई गतिविधी के संग छत्तीसगढ़ म लागू नवाचार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, सुपोषण वाटिका, गउठान अउ सामुदायिक सहयोग के सराहा अउ कर्नाटक राज्य म तको एमन ल लागू करे के खातिर जरूरी कार्यवाही करे के बात कहिन।
टीम म कर्नाटक राज्य के 02 परियोजना अधिकारी, टाटा ट्रस्ट अउ यूनिसेफ के सेटर फॉर लर्निंग रिसोर्सेस के प्रतिनिधि सामिल रिहिस। टीम के प्रतिनिधित्व कर्नाटक राज्य महिला अउ बाल विकास विभाग के उपसंचालक प्रभाकर करत रिहिस। टीम ह स्थानीय भ्रमण तको करिन अउ हितग्राही मन ले गोठबात करके वस्तुस्थिति के जायजा लिस। येकर बाद टीम के सदस्य मन डहर ले पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम ले जिला म संचालित म आने-आने गतिविधी ल विस्तार ले जानिस।
टीम ह सबले पहिली गांव मोहलई म संचालित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र के अवलोकन करिन। इहां ओमन लइका ल देत नाश्ता अउ पौष्टिक आहार के संग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के डहर ले लइका ल कराये जात ईसीसीई गतिविधी ल देखिस। ए बखत ओला लइका ह रोचक तरीका ले कविता अउ बालगीत सुनाइस। टीम के सदस्य मन ह स्थानीय स्तर म उपलब्ध सामान ले बने छत्तीसगढ़ी व्यंजन के सुवाद लिस। ओमन आंगनबाड़ी परिसर म जनसहयोग ले बने सुपोषण वाटिका तको देखीस। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ह ओला बताइन के बाड़ी म लगे सब्जी अउ फल के उपयोग केन्द्र के लइका अउ महतारी मन के खातिर करे जाथे। स्थानीय गउठान ले रोज लइका के खातिर दूध के आपूर्ति तको फोकट म करे जात हावय। येकर ले लइका म कुपोषण के दूरिहा करे म मदद मिलत हावय। येकर बाद टीम गांव कोटनी पहुंचिस अउ उहां स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र म लइका के शारीरिक, बौद्धिक गतिविधी के संग उंकर संवेगात्मक विकास के खातिर के जा रेहे गतिविधी के अवलोकन करिन। टीम ह केन्द्र म लइका के दे जा रिहिन भोजन अउ स्टोर के खाद्य सामग्रीयों के गुणवत्ता तको परखी अउ उंकर सराहना करिस।
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