अंजोर.रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ह वन अधिकार अधिनियम के तहत राज्य के आने-आने इलाका म रेहे वाला बिसेस रूप ले कमजोर जनजाति समूह के 23 हजार 332 लोगन के वन अधिकार पाती दे करे गे हावय। ये हितग्राही मन के 19 हजार हेक्टेयर ले जादा भूमि बांटे के गे हावय। बिसेस रूप ले कमजोर जनजाति समूह म जिन्हे वनाधिकार पाती दे गे हावय। एमे पहाड़ी कोरबा, पण्डो, कमार अउ बैगा जनजाति के लोगन सामिल हावयं।
वन अधिकार अधिनियम के तहत बिसेस रूप ले कमजोर जनजाति के लोगन के वन अधिकार पाती दे करे गे हावय। एमे बलरामपुर जिला म दू हजार 972, सूरजपुर म दू हजार 772, बालोद म 39, मुंगेली म एक हजार 436, गौरेला पेण्ड्रा मरवाही म 698 वनाधिकार पाती दे करे गे हावयं। इही रकम ले ले कोरिया जिला म दू हजार 487, सरगुजा म 985, रायगढ़ म 190, कोरबा म 268, बिलासपुर म 525, कबीरधाम म पांच हजार 693, राजनांदगांव म एक हजार 166, महासमुंद म 94, धमतरी म 806, कांकेर म 25, नारायणपुर म पांच, गरियाबंद म दू हजार 436 लोगन के वनाधिकार पाती दे हावयं।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।