मुख्यमंत्री के घोसना म अमल: बिसेस पिछड़ी जनजाति के 80 युवा ल मिलिस सरकारी नौकरी, मंत्री मोहम्मद अकबर ह बैगा जनजाति के युवा मन ल सउपिस नियुक्ति पाती

अंजोर
0

मुख्यमंत्री के घोसना म अमल: बिसेस पिछड़ी जनजाति के 80 युवा ल मिलिस सरकारी नौकरी, मंत्री मोहम्मद अकबर ह बैगा जनजाति के युवा मन ल सउपिस नियुक्ति पाती

अंजोर.रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोसना के मुताबिक प्रदेस के कबीरधाम जिला म बैगा जनजाति के 80 शिक्षित युवा मनल शिक्षा, राजस्व,  सहायक शिक्षक, पशुपालन विभाग म परिचारक, भृत्य के पद म नियुक्ति दे गे हावय। जिला कार्यालय कबीरधाम के सभाकक्ष म वन अउ जलवायु परिवर्तन मंत्री अउ कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ह 80 बिसेस पिछड़ी जनजाति बैगा युवा मन के नियुक्ति परमान पाती देस।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अगुवई म राज्य सरकार डहर ले सामाजिक, आर्थिक अउ शैक्षणिक रूप ले पिछड़े बिसेस पिछड़ी जनजाति के सामाजिक उत्थान के दिशा म ये वर्ग के पढ़े लिखे युवक-युवती ल चतुर्थ अउ तृतीय वर्ग सरकारी नौकरी म सोज भरती देत हावय। बिसेस पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवा मन के योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दे के मुख्यमंत्री के घोसना म अमल करत कबीरधाम जिला के बिसेस पिछड़ी जनजाति के 80 बैगा युवा मन के सरकारी सेवा म तृतीय अउ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद म नियुक्त करे गे हावय।

छत्तीसगढ़ सरकार जेन कहत हावय ओला पूरा तको करत हावय। प्रदेस म निवासरत अति पिछड़ी जनजाति वर्ग के शिक्षित युवक-युवती ल शिक्षा अउ विकास के मुख्य धारा म लाने सरकार के प्राथमिकता म सामिल हावय। छत्तीसगढ़ सरकार ह ए वर्ग के युवक-युवती ल रोजगार देके ओला मुख्यधारा म लाने के सुरू कर दीस हावय। 

कबीरधाम जिला म बिसेस पिछड़ी जनजाति बैगा के 80 युवा सरकारी नौकरी पाके काफी खुश हावय। चेहरा म मुस्कान खातिर खुशी के इजहार करत ये बैगा युवा मन ह आज जिला कलेक्टोरट पहुंच के नियुक्ति पाती करिन। ए मउका म बैगा युवा मन ह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वन अउ जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर अउ जिला प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करिन।

ए बखत ये युवा मन ह किहिन के राज्य सरकार डहर ले बिसेस पिछड़ी जनजाति के हित म सरलग बुता करे जात हावय, जेन सराहनीय हावय। मुख्यमंत्री बघेल के डहर ले बिसेस पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवा मन के योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दे के जेन फइसला लिस हावय अउ उंकर ए फइसला के सेती ले हमन ल सरकारी सेवा म आने के मउका मिलत हाबे। येकर खातिर हम उंकर हिरदे ले आभारी हावन।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !