अंजोर.रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म ध्वज छत्र नृत्य के मुख्य आकर्षण। हाथी के चले जइसे स्वरूप हावय ए नृत्य के, जेमा छोटे लइका ले लेके बुजुर्ग तक सामिल हावयं। पीढ़ी दर पीढ़ी चलत ये परम्परा, सांगली के कलाकार मन डहर ले प्रस्तुत करे जात हावय नृत्य। बांसुरी के तान, झाँझ सबले मुख्य वाद्य यंत्र। ए नृत्य म शिव पार्वती के जुड़ाव दर्शाये गे हावय। माँ पार्वती रूठ गे हावय, ए दृश्य ल तको प्रस्तुतिकरण करे जा सकत हावय।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : महाराष्ट्र के नर्तक दल धनगरी ग़ज़ा लोक नृत्य करके मनमोहिस
नवंबर 02, 2022
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अंजोर.रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म ध्वज छत्र नृत्य के मुख्य आकर्षण। हाथी के चले जइसे स्वरूप हावय ए नृत्य के, जेमा छोटे लइका ले लेके बुजुर्ग तक सामिल हावयं। पीढ़ी दर पीढ़ी चलत ये परम्परा, सांगली के कलाकार मन डहर ले प्रस्तुत करे जात हावय नृत्य। बांसुरी के तान, झाँझ सबले मुख्य वाद्य यंत्र। ए नृत्य म शिव पार्वती के जुड़ाव दर्शाये गे हावय। माँ पार्वती रूठ गे हावय, ए दृश्य ल तको प्रस्तुतिकरण करे जा सकत हावय।
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