अंजोर.रायपुर, हिमाचल ले आये गद्दी समुदाय के कलाकार मन ह गद्दी लोक नृत्य के सुंदर प्रस्तुति करिस। ये लोक नृत्य भगवान शिव के आराधना म आधारित हावय। हिमाचल के चंबा के भरमौर क्षेत्र के शिव भूमि के नाम ले तको जाने जाथे। ए नृत्य के खासियत गद्दी समुदाय के लोगन के वेशभूषा रहिस। ए समुदाय के मूल बुता खेती बाड़ी अउ भेड़ पालना हावय। पुरुष कलाकार मन ह ऊन ले बना चोला पहने रिहिस अउ मुड़ म खास रकम ले के हिमाचली टोपी पहनी रिहिस। महिला मन ह तको ऊन के वस्त्र पहने रिहिस। उंकर मुड़ म दुपट्टा रिहिस अउ वो चाँदी के आभूषण ले सजे रिहिसं। सबले खास बात ये हावय के इंकर लाकेट म शिव जी के आकृति बने रिहिस। ये नृत्य भगवान शिव के आराधना के नृत्य हावय। जानबा होवय के हिमाचल के लोकजीवन म भगवान शिव ले संबंधित केऊ अनुश्रुतियां प्रचलित हावयं अउ समय समय म मेल अउ त्योहार के माध्यम ले इंकर प्रदर्शन होवत हावय। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के बखत येकर खास झलक देख म आईस। लोगन ह हिमाचली संस्कृति के ए रंग ल खूब सहराइन। बिसेस रूप ले खास हिमाचली पोशाक म आये कलाकार मन खास प्रभावित करिस। नृत्य के खास विशेषता येकर वाद्ययंत्र घड़ाथाली अउ रणसिंगा ले बिसेस रूप ले उभरके आगू आये अउ लोगन ह येकर खास आनंद लिस।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : चंबा के भरमौर ले आये कलाकार मनके मनभावन गद्दी नृत्य
नवंबर 03, 2022
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अंजोर.रायपुर, हिमाचल ले आये गद्दी समुदाय के कलाकार मन ह गद्दी लोक नृत्य के सुंदर प्रस्तुति करिस। ये लोक नृत्य भगवान शिव के आराधना म आधारित हावय। हिमाचल के चंबा के भरमौर क्षेत्र के शिव भूमि के नाम ले तको जाने जाथे। ए नृत्य के खासियत गद्दी समुदाय के लोगन के वेशभूषा रहिस। ए समुदाय के मूल बुता खेती बाड़ी अउ भेड़ पालना हावय। पुरुष कलाकार मन ह ऊन ले बना चोला पहने रिहिस अउ मुड़ म खास रकम ले के हिमाचली टोपी पहनी रिहिस। महिला मन ह तको ऊन के वस्त्र पहने रिहिस। उंकर मुड़ म दुपट्टा रिहिस अउ वो चाँदी के आभूषण ले सजे रिहिसं। सबले खास बात ये हावय के इंकर लाकेट म शिव जी के आकृति बने रिहिस। ये नृत्य भगवान शिव के आराधना के नृत्य हावय। जानबा होवय के हिमाचल के लोकजीवन म भगवान शिव ले संबंधित केऊ अनुश्रुतियां प्रचलित हावयं अउ समय समय म मेल अउ त्योहार के माध्यम ले इंकर प्रदर्शन होवत हावय। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के बखत येकर खास झलक देख म आईस। लोगन ह हिमाचली संस्कृति के ए रंग ल खूब सहराइन। बिसेस रूप ले खास हिमाचली पोशाक म आये कलाकार मन खास प्रभावित करिस। नृत्य के खास विशेषता येकर वाद्ययंत्र घड़ाथाली अउ रणसिंगा ले बिसेस रूप ले उभरके आगू आये अउ लोगन ह येकर खास आनंद लिस।
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