राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : झारखंड के समृद्ध परंपरा अउ प्रकृति के प्रति आस्था के चिन्हारी 'हो नृत्य'

अंजोर
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राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : झारखंड के समृद्ध परंपरा अउ प्रकृति के प्रति आस्था के चिन्हारी 'हो नृत्य'

अंजोर.रायपुर, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म पड़ोसी राज्य झारखंड के कलाकार मन ह 'हो नृत्य' के माध्यम ले समां बांध दिस। झारखंड के ये नृत्य प्रकृति के प्रति लोगन के गहरा आस्था के चिन्हारी हावय। हो नृत्य के माध्यम ले जनजाति कलाकार लोकजीवन के समृद्धि अउ उन्नति के कामना करत हावयं। ए नृत्य म पुरुष कलाकार मन ह श्वेत वस्त्र पहने रिहिस अउ महिला कलाकार मन ह झारखंड म प्रचलित साड़ी पहने रिहिस। मुड़ म मोरपंख लगे रिहिस अउ हाथ म मृदंग रिहिस। मांदर के थाप म नृत्यरत कलाकार प्रकृति के अद्भुत लय प्रस्तुत करत रिहिस।

मांदर के थाप के संग कलाकार मन के पदचाप बहुत अच्छा लगिस। झारखंड के ये कलाकार मन के वस्त्र म रंग चटखीला नइ रिहिस फेर एमन ल पहने के खास तरीका अउ कलाकार मन के अद्भुत सजावट अउ स्थानीय गहना कलाकार मन के कला के चमक म चार चाँद लगे रिहिन हावयं। जानबा होवय के झारखंड के लोकजीवन बहुत ही समृद्ध हावय अउ हो नृत्य के माध्यम ले उहां के खास परंपरा के झलक तको कलाकार मन ह दिखाईस।

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