अंजोर.रायपुर, अरुणाचल के लोकसंस्कृति म मृत्यु के पाछु आत्मा ले संवाद लोकनृत्य के माध्यम ले होवत हावय। सामान्य मउत म घर वाला के मृत्यु के चार-पांच दिन तक उपवास रखे जाथे अउ ए बखत म मृतात्मा ले संवाद लोकनृत्य के माध्यम ले होवत हावय। ये संवाद इदुमिस्थि जनजाति डहर ले करे जाथे। अपन पारंपरिक वाद्य यंत्र के संग ये संवाद करे जाथे। जानबा होवय के केऊ जनजाति म मृतात्मा के संग अइसे संवाद के परंपरा हावय अउ बहुत समृद्ध परंपरा हावय। ऐतिहासिक रूप ले तको मृत्यु संबंधी केऊ लोकमान्यता जनजाति समुदाय म मिलत हावयं। उल्लेखनीय ये तको हावय के इगु नृत्य के प्रदर्शन केवल सामान्य मउत म ही होवत हावय। असामयिक रूप ले कोनो के मृत्यु होए त ये नृत्य नइ होवत। पारंपरिक अरुणाचल के परिधान के संग अउ उंकर खास वाद्ययंत्र के संग इगु के प्रदर्शन राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म होइस। राजधानी म आयोजित ए महोत्सव म अरूणाचल के ए लोक नृत्य के लोगन ह खूब सहराइन।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : अरुणाचल के लोकनृत्य इगु, असामयिक मृत्यु म नइ केवल सामान्य मृत्यु म ही होवत हावय ये लोकनृत्य
नवंबर 02, 2022
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अंजोर.रायपुर, अरुणाचल के लोकसंस्कृति म मृत्यु के पाछु आत्मा ले संवाद लोकनृत्य के माध्यम ले होवत हावय। सामान्य मउत म घर वाला के मृत्यु के चार-पांच दिन तक उपवास रखे जाथे अउ ए बखत म मृतात्मा ले संवाद लोकनृत्य के माध्यम ले होवत हावय। ये संवाद इदुमिस्थि जनजाति डहर ले करे जाथे। अपन पारंपरिक वाद्य यंत्र के संग ये संवाद करे जाथे। जानबा होवय के केऊ जनजाति म मृतात्मा के संग अइसे संवाद के परंपरा हावय अउ बहुत समृद्ध परंपरा हावय। ऐतिहासिक रूप ले तको मृत्यु संबंधी केऊ लोकमान्यता जनजाति समुदाय म मिलत हावयं। उल्लेखनीय ये तको हावय के इगु नृत्य के प्रदर्शन केवल सामान्य मउत म ही होवत हावय। असामयिक रूप ले कोनो के मृत्यु होए त ये नृत्य नइ होवत। पारंपरिक अरुणाचल के परिधान के संग अउ उंकर खास वाद्ययंत्र के संग इगु के प्रदर्शन राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म होइस। राजधानी म आयोजित ए महोत्सव म अरूणाचल के ए लोक नृत्य के लोगन ह खूब सहराइन।
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