अंजोर.रायपुर, जनजातीय क्षेत्र म झूम खेती होवत रिहिस। झाड़ी ल आग लगाके साफ करे जात रिहिस अउ खेती के जमीन तइयार होवत रिहिस। ये पूरा प्रक्रिया श्रमसाध्य रिहिस फेर उत्सव के चिन्हारी तको रिहिस काबर के खेती ही लाइवलीहुड के मउका देत रिहिस। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव ह मणिपुर के कलाकार मन ह खरिमखरा नृत्य के माध्यम ले झूम खेती के तइयारी के सजीव करिन। एला डांस आफ लाइवलीहुड तको केहे जाथे। नृत्य म देखाइन के कइसे खेती के खातिर उपयोगी जमीन चिन्हांकित होवत रिहिस, फेर एला तइयार करिन जात रिहिस अउ बीजहा रोपा जात रिहिस। ए पूरा प्रक्रिया के खरिमखरा नामक सुंदर नृत्य ले मणिपुर के लोककलाकार ह प्रस्तुत करिन। ये खुखरई जिला के निवासी हावयं। नृत्य के खास विशेषता हावय के एमे माड़ी म पहिने आभूषण ले तालबद्ध धुन निकलत हावय। स्टेप्स जतका सटीक बैठत हावयं गहना ले निकले वाला धुन तको ओतका ही सटीक होवत हावय। खरिमखरा नृत्य कृषि संस्कृति के उत्सव हावय अउ अपन श्रम के माध्यम ले जमीन तइयार करे के अद्भुत उत्साह तको येकर ले झलकत हावय जेन नृत्य रूप म अउ तको आकर्षक हो जाथे।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : मणिपुर के कलाकार मन ह खरिमखरा नृत्य ले देखाइस झूम खेती के तइयारी
नवंबर 02, 2022
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अंजोर.रायपुर, जनजातीय क्षेत्र म झूम खेती होवत रिहिस। झाड़ी ल आग लगाके साफ करे जात रिहिस अउ खेती के जमीन तइयार होवत रिहिस। ये पूरा प्रक्रिया श्रमसाध्य रिहिस फेर उत्सव के चिन्हारी तको रिहिस काबर के खेती ही लाइवलीहुड के मउका देत रिहिस। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव ह मणिपुर के कलाकार मन ह खरिमखरा नृत्य के माध्यम ले झूम खेती के तइयारी के सजीव करिन। एला डांस आफ लाइवलीहुड तको केहे जाथे। नृत्य म देखाइन के कइसे खेती के खातिर उपयोगी जमीन चिन्हांकित होवत रिहिस, फेर एला तइयार करिन जात रिहिस अउ बीजहा रोपा जात रिहिस। ए पूरा प्रक्रिया के खरिमखरा नामक सुंदर नृत्य ले मणिपुर के लोककलाकार ह प्रस्तुत करिन। ये खुखरई जिला के निवासी हावयं। नृत्य के खास विशेषता हावय के एमे माड़ी म पहिने आभूषण ले तालबद्ध धुन निकलत हावय। स्टेप्स जतका सटीक बैठत हावयं गहना ले निकले वाला धुन तको ओतका ही सटीक होवत हावय। खरिमखरा नृत्य कृषि संस्कृति के उत्सव हावय अउ अपन श्रम के माध्यम ले जमीन तइयार करे के अद्भुत उत्साह तको येकर ले झलकत हावय जेन नृत्य रूप म अउ तको आकर्षक हो जाथे।
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