अंजोर.रायपुर, महाराष्ट्र के सोंगी मुखौटे नृत्य भारत के समृद्ध लोक नृत्य-संगीत के परम्परा के नायाब उदाहरण हावय। ये मुखौटा नृत्य चौत्र मास के पूर्णिमा म देवी के पूजा के संग महाराष्ट्र म करे जाथे। असत्य म सत्य के विजय के ए नृत्य म दू कलाकार नरसिंह रूप धारण करके नृत्य करत हावयं। महाराष्ट्र म होली के बाद ये उत्सव मनाये जाथे।
ए उत्सव म पारम्परिक व्रत अउ पूजा के बाद बलि दे के रिवाज तको सामिल हावय। सोंगी मुखौटा नृत्य हाथ म छोटे डंडी लेके करे जाथे। नर्तक काल भैरव अउ बेताल के तको मुखौटे पहनके नृत्य करथे। ये नृत्य असत्य म सत्य के विजय के चिन्हारी हावय। ढोल, पावरी अउ संबल वाद्य ए नृत्य म प्रमुख रूप म उपयोग करे जात हावयं। पावरी वादक हरे रंग के चोंगा पहनते हावयं अउ मुड़ म मोर के पंख बांधते हावयं।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।