किसान पहिली साहूकार घर जावे अब बैंक जाथे : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

अंजोर
0
किसान पहिली साहूकार घर जावे अब बैंक जाथे : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल


अंजोर.बेमेतरा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह किहिन हावय के छत्तीसगढ़ के किसान खेती के जमीन खरीदत हावयं, खेती-किसानी म निवेश करत हावयं अउ अपन लइका के भविष्य गढ़त हावयं। पहिली किसान साहूकार के घर जात रिहिस, अब बैंक म उंकर पइसा जमा करत हावय। किसान मन के योजना मन के माध्यम ले दे जात पइसा बैंकिंग सिस्टम म आत हावय, येकर ले विकास तेज होही, ये किसान मन के समृद्धि लाने के बड़ा बदलाव हावय। मुख्यमंत्री बघेल आज भेंट-मुलाकात म बेमेतरा जिला के नवागढ़ विधानसभा के ग्राम-दाढ़ी म आम जनता के संबोधित करत रिहिस।

मुख्यमंत्री ह किहिन के राज्य सरकार के किसान हितैषी योजना मन ले छत्तीसगढ़ के किसान मन के स्थिति म बड़ा बदलाव आये हावय, हमर प्रदेस धान के कटोरा हावय, फेर तको कुछ समय पहिली तक हमर प्रदेस म ये स्थिति रिहिस के लोगन के खेती छोड़ना पड़त रिहिस। फेर अब अइसे नइ हावय। छत्तीसगढ़ के किसान खुशहाल हावयं। खेती म निवेश करत हावयं। बाइक लेत हावयं। ये खुसयाली के सिलसिला जारी रइही। मुख्यमंत्री ह किहिन के आज नवागढ़ विधानसभा के दाढ़ी गांव म आये हावं। इहां आने के उद्देश्य ये देखना हावय के हमर योजना मन के लाभ जमीनी स्तर म लोगन के कोन रकम ले ले मिल पा रिहिन हावय। मंत्रालय के अधिकारी अउ विधानसभा के सदस्य तको संग हावयं। ओमन किहिन के ए कार्यक्रम के उद्देश्य जनता ले संवाद करे हावय। अउ ए रकम ले ले प्रदेस के सरलग विकास के रद्दा म ले जाना हावय।

मुख्यमंत्री बघेल ह कर्ज माफी अउ धान खरीदी म गोठबात करत किहिन के राजीव गांधी किसान न्याय योजना के चौथी किश्त 31 मार्च के दिही। कोरोना के बाद तको हमन तुँहर खातिर हितकारी योजना मन के जारी रखा। बहुत कठिन स्थिति रिहिसफिर तको हमन किश्त देना जारी रखा। राजीव गांधी जी के शहादत के दिन पहिली किश्त दे, तीजा के समय, फेर धान लुवाई के समय अउ उन्हारी के समय चौथी किश्त मिलही। मुख्यमंत्री ह किहिन के बेमेतरा म ये समय बहुत खूबसूरत होवत  हावय,पपीता, गन्ना,  केरा के फसल होवत हावय। मैं नवागढ़ म देखेव के कहूं भी पैरा नइ जलाये गे हावय। मैं अपील करेव अउ आप एला मानेव, तेकर खातिर तुँमन ल बधाई।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !