छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन 2023 : वेब मीडिया के विशेषज्ञ गुरतुर गोठ के संपादक संजीव तिवारी बताइन छत्तीसगढ़ी के डाटा सकेलना गूगल बर काबर जरूरी हाबे

अंजोर
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छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन 2023 : वेब मीडिया के विशेषज्ञ गुरतुर गोठ के संपादक संजीव तिवारी बताइन छत्तीसगढ़ी के डाटा सकेलना गूगल बर काबर जरूरी हाबे



अंजोर.रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अगुवई म जेन रकम ले संस्कृति बर जबर बुता होवत हाबे, उही रकम ले छत्तीसगढ़ी भासा बर तको राजभासा आयोग के सचिव अनिल भतपहरी के सियानी म जोरदरहा बुता होवत हाबे। इही ओढ़र म छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन 2023 के दूसरइया दिन छत्तीसगढ़ी साहित्य अउ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ऊपर गुनान गोठ करे गिस। ये मउका म डॉ. जीवन यदु राही, डॉ. राजन यादव, कुबेर साहू, अशोक आकाश मन वेब मीडिया के विशेषज्ञ गुरतुर गोठ के संपादक संजीव तिवारी के संचालन म चर्चा करिन। इही रकम ले दूसरइया सत्र म तको संजीव तिवारी के संचालन म मीडिया म छत्तीसगढ़ी के कार्यक्रम के एंकर श्रीमती मधुमिता पाल, डॉ हितेश तिवारी, रितुराज साहू, मन अपन बात रखिन।

कार्यक्रम म छत्तीसगढ़ी के पहली वेब पोर्टल गुरतुर गोठ के संपादक संजीव तिवारी मन बताइन गूगल ह छत्तीसगढ़ी के शब्द ल सकेले खातिर गजब उदीम करत हाबे। ओकन रूपिया तको लगावत हाबे ताकि छत्तीसगढ़ी के जादा ले जादा डाटा ओमन सकेल सके। एक दिन अइसे आही के हमर साहित्य अउ कला संस्कृति के बारे म गूगल ह हमर अवइया पीढ़ी ल सीख देही। ये सेती बने-बने चीज हमन गूगल ल आज देबो त उही ह हमर अवइया पीढ़ी ल मिलही। ओमन जुरियाए सबो साहित्यकार ले गेलौली करिन के इंटरनेट म जादा ले जादा अपने साहित्य ल समोखे के बुता करव।

ए मउका म श्रीमती मधुमिता पाल बताइन के भासा के बड़वार आने-आने चैनल के माध्यम ले ओमन कइसे करत हाबे। आज सोशल मीडिया म न्यूज चैलन मन तको छत्तीसगढ़ी म कार्यकम परोसत हाबे। जेमा कलाकार अउ साहित्यकार मनला तको मंच दे जाथे। आगू छत्ती़सगढ़ी म पहिली एम.ए.,एम.फिल करइया रितुराज साहू अउ छत्तीसगढ़ी म पहिली एम.ए.,एम.फिल, पी-एचडी करइया डॉ. हितेश कुमार तिवारी मन भासा के बड़वार खातिर गोठबात करिन। डॉ. हितेश कुमार तिवारी मन तो छत्तीसगढ़ी ल वैश्विक स्तर म चिनहारी देवाये खातिर भारतीय विज्ञान संस्था (आई.आई.एस.सी), बैंगलोर संग मिलके बड़े काम करत हाबे, जेकर ले गूगल म तको हमर भाखा ह आसानी ले पढे, लिखे, बोले अउ समझे जाही, जइसे के आन भाखा मन हाबे। छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन 2023 प्रदेसभर के साहित्यकार मन जुरियाए हाबे। जेन सरलग तीन दिन तक आने-आने विधा म गोठबात करत छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य ल वैश्विक स्तर म चिन्हारी देवाये खातिर बुता करही।

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सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

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