कोरबा म सुरू होइस कैंसर के इलाज, अब मरीज मनला बाहिर नइ जाना परय

अंजोर
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कोरबा म सुरू होइस कैंसर के इलाज, अब मरीज मनला बाहिर नइ जाना परय


अंजोर.कोरबा। राज्य शासन डहर ले स्वास्थ्य सुविधा म करे बड़वार के परिणाम लोगन ल मिले लगे हावय। जिला म नवा मेडिकल कॉलेज खोले जाये ले बड़े ले बड़े बीमारी के इलाज के रसता आसान होए लगे हावय। इही कड़ी म कैंसर जइसे बीमारी के इलाज के खातिर बड़े शहर अउ महानगर तनि जवइया मरीज मन ल अब बाहिर जाये के जरूरत  नइ पड़ही। ओला शहर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल म इलाज के फायदा मिले लगे हावय। येकर ले मरीज मन के अनावश्यक पइसा तको खरचा नइ करना पड़े अउ मरीज मन के समय के बर्बादी तको नइ होही।

मिले आरो के मुताबिक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल म होवइया जटिल ले जटिल ऑपरेशन अउ इलाज अब जिला अस्पताल कोरबा म कराना संभव हो गे हावय। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर डॉ प्रभात पाणीग्रही एम.एस. अउ उंकर टीम के डहर ले एक 35 साल के महिला के ब्रेस्ट कैंसर के सफल ऑपरेशन करे गे हावय, जेकर ले जिला म स्वास्थ्य सुविधा म बड़वार के एक नवा प्रगति देखाइस दे लगे हावय।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल म कैंसर के सर्जरी सुरू होए ले जिला के मरीज मन म उम्मीद के किरण जग गे हावयं, येकर पहिली कोरबा अउ मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा म कैंसर के मरीज मन के खातिर इलाज अउ ऑपरेशन के सुविधा नइ होए के सेती जिला के कैंसर ले पीड़ित मरीज मन के बिलासपुर, रायपुर अउ आन राज्य म जाके इलाज करवाना पडता रिहिस। ये गजब खर्चीला रिहिस अउ अवइया-जवइया अउ रूके म समय के संग अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ती रिहिस। अब जबकि जिला के कैसर पीड़ित मरीज मन के मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा म इलाज के सुविधा उपलब्ध हावय त मरीज मन के एक बड़े समस्या के निराकरण संभव हो पाये हावय।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल म पदस्थ डॉ. पाणीग्रही डहर ले बताइन गे के कैंसर बीमारी तेजी ले लोगन के अपन चपेट म ले रेहे हावयं। 04 जनवरी 2023 के मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा म एक 35 साल के महिला जेन ब्रेस्ट कैंसर स्टेज 2बी के समस्या ले जूझ रेहे रिहिस, ओला एडमिट कराइन गे। आयुष्मान भारत स्कीम के तहत ओकर ऑपरेशन करे गिस। येकर पहिली ये महिला 1 साल ले तको जादा समय ले आने-आने अस्पताल म जाके इलाज अउ ऑपरेशन के खातिर भटक रेहे रिहिस। इहां येकर सफल ऑपरेशन करे गिस जेकर ले महिला के नवा जिनगी मिल गे। ओमन बताइन के महिला के रिकव्हरी के रफ्तार तको अच्छा हावय। हम प्रोटोकॉल के पालन करके रिहिन हावयं अउ जरूरत नुसार ओकर कीमो अउ रेडियोथेरेपी के ट्रीटमेंट करे जाही।

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