कांकेर जिला अस्पताल म एम आर आई मशीन, प्रदेश के पहिली जिला अस्पताल जिहां मिलही एमआरआई जांच के सुविधा

अंजोर
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कांकेर जिला अस्पताल म एम आर आई मशीन, प्रदेश के पहिली जिला अस्पताल जिहां मिलही एमआरआई जांच के सुविधा


अंजोर.कांकेर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह कांकेर के जिला अस्पताल म एम आर आई मशीन के सुरू करके क्षेत्रवासी मन ल बड़े सौगात दीस। ए मउका म ओमन सुभकामना देत किहिन के स्वास्थ्य सुविधा के बेहतरी के खातिर प्रतिबद्धता के संग शासन इही रकम ले बुता करत रइही। स्वास्थ्य सुविधा के सुदृढ़ीकरण के खातिर प्रदेस सरकार कृत संकल्पित हावय। ओमन किहिन के जिला अस्पताल म एम आर आई जांच के सुविधा ले क्षेत्र के लोगन ल फायदा मिलही।

जानबा होवय के कांकेर जिला अस्पताल प्रदेस के पहिली जिला अस्पताल हावय, जिहां 6 करोड़ 49 लाख के लागत ले एम आर आई मशीन स्थापित करे गे हावय। विशेषज्ञ डॉक्टर मन के माध्यम अब येकर फायदा मरीज मन ला लगही। जरूरतमंद के मिलही एमआरआई जांच के सुविधा सही समय म बीमारी के पता लगे ले होही सटीक ईलाज, एमआरआई के खातिर मरीज मनला नइ जाना पड़ही बाहिर जिला अस्पताल कांकेर म एम आर आई मशीन के सुरू होए ले जरूरतमंद के अब जिला अस्पताल म ही जांच के सुविधा मिल सकही।

एम आर आई मशीन

एम आर आई मशीन एक बिसेस चिकित्सा जांच उपकरण हावय, जेकर ले केऊ  बीमारी के तुरते जांच करके उंकर निदान म सफलता पा जा सकत हावय। एमआरआई स्कैन के इस्तेमाल मस्तिष्क, हाड़ा अउ मांसपेशी, सॉफ्ट टिश्यू, चेस्ट, ट्यूमर-कैंसर, स्ट्रोक, डिमेंशिया, माइग्रेन, धमनियों के ब्लॉकेज अउ जेनेटिक डिसऑर्डर के पता लगाये म होवत  हावय, बीमारी के सटीक जानकारी के खातिर ये जांच होवत हावय।

एम.आर. आई स्कैन के डहर ले शरीर के लगभग सबो हिस्सा जइसे हाड़ा अउ जोड़ के जांच, दिमाग अउ रीढ़ के हाड़ा के जांच, हिरदे अउ लहू वाहिकाओं के जांच, स्तन के जांच सहित आन अंदरूनी अंग जइसे गर्भाशय, लीवर अउ पौरूष ग्रंथि उक के जांच करे जा सकत हावय। एम.आर.आई. के खातिर अब तक क्षेत्र के मरीज मन के बाहिर रेफर करे जात रिहिस, फेर अब जिला अस्पताल कांकेर म एमआरआई जांच होही, येकर ले लोगन के समय के बचत होही। जांच होए ले बीमारी के वास्तविक कारन समय म पता चल  पाही  अउ ईलाज तको सही दिशा म आगू बाढ़ही।

ये तको जानबा होवय के कांकेर जिला अस्पताल म पहिली ले ही डायलिसिस यूनिट अउ हमर लैब तको सफलतापूर्वक संचालित होवत हाबे। फरवरी 2023 तक 8 हजार 521 मरीज मन के फोकट म डायलिसिस हो चुके हावय। इही रकम ले हमर लैब के माध्यम ले 3 लाख 93 हजार लोगन के फोकट म जांच के सुविधा तको मिलत हावय।

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