अंजोर.ए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ह विज्ञान भवन, नवा दिल्ली म 9 राज्य सचिव अउ 68 जिला कलेक्टर मन ल उंकर टीम के संग "भूमि सम्मान" 2023 देही, जेन मन डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी)-शासन के मूल-के मुख्य घटक के खातिर पूरा करे म उत्कृष्ट प्रदर्शन करिन हावय। केन्द्रीय ग्रामीण विकास अउ पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ह किहिन के ये आयोजन राज्य के राजस्व अउ पंजीकरण पदाधिकारी मन के खातिर गजब जरूरी हावय, जेन अपन उत्कृष्ट प्रदर्शन के खातिर पाछु 75 साल म पहिली बार "भूमि सम्मान" मिलही। ये "भूमि सम्मान" के संस्थागत रूप दे के ऐतिहासिक साल होही।
श्री गिरिराज सिंह ह आगू किहिन के "भूमि सम्मान" योजना विश्वास अउ साझेदारी म आधारित केंद्र-राज्य सहकारी संघवाद के एक अच्छा उदाहरण हावय, काबर के भूमि अभिलेख के कम्प्यूटरीकरण अउ डिजिटलीकरण म श्रेणी प्रणाली मुख्य रूप ले राज्यों/केंद्रशासित प्रदेस मन के रिपोर्ट अउ इनपुट म आधारित होवत हावय।
श्री सिंह ह किहिन के भूमि रिकॉर्ड अउ पंजीकरण के डिजिटलीकरण प्रक्रिया ले भूमि झगरा ले जुड़े लंबित अदालती मामला के बड़े पैमाने म कम करे म मदद मिलही। येकर ले भूमि झगरा ले जुड़े मुकदमे के सेती रुकी होए परियोजना के सेती ले देश के अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू जिनिस म होए वाला नुकसान म तको कमी आही। ओमन ए बात म जोर दे के कृषि अउ किसान कल्याण, रसायन अउ खातु, सार्वजनिक बाटे प्रणाली (पीडीएस), पंचायती राज अउ वित्तीय संस्थान, उक केंद्र अउ राज्य सरकार के विभाग के कार्यक्रम ले संबंधित आने-आने सेवा अउ लाभ के प्रभावशीलता अउ दक्षता के बढ़ाये म भूमि रिकॉर्ड ले संबंधित जानकारी बहुत उपयोगी अउ प्रभावी हो सकत हावय। ये विभागों/एजेंसियों/मंत्रालयों के सेवा-अदायगी के प्रभावशीलता आने-आने हितधारकों के बीच भूमि रिकॉर्ड ले संबंधित जानकारी साझा करे के क्रम म एकरूपता, अंतर-संचालन अउ अनुकूलता म निर्भर करत हावय।
श्री गिरिराज सिंह ह बताइन के भूमि संसाधन विभाग ह पूरा भारत म 94% डिजिटलीकरण के लक्ष्य हासिल करके लिस हावय अउ 31 मार्च 2024 तक देश के सबो जिला म भूमि रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण के मुख्य घटकों के 100% पूरा करे के लक्ष्य करार करिन हावय।
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