कमती बजट अऊ कम संसाधन म हंसी मजाक, परेम रहस्य ले भरपूर साफ सुथरा फिलिम सर‌ई : फिलिम समीक्षक - देव हीरा लहरी

अंजोर
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कमती बजट अऊ कम संसाधन म हंसी मजाक, परेम रहस्य ले भरपूर साफ सुथरा फिलिम सर‌ई : फिलिम समीक्षा - देव हीरा लहरी


  • ‘सर‌ई’ ल लोगन मन के मिलत हे मया दुलार, आम जन ले जुड़े मुद्दा अऊ नवा कहानी हे सफल होय के कारण
  • कोनो बड़े स्टार कलाकार न‌ई होय के बावजूद आनंद के पहली फिलिम बनाइस नवा इतिहास

सिनेमा। छत्तीसगढ़ी फिलिम उद्योग बर 2023 ह स्वर्णिम बछर हे साल के आधा महिना म आधा दर्जन ले जादा फिलिम प्रदर्सित होगे। मोर यार सुपर स्टार, ले चलहु अपन दुआरी, ले सुरू होगे मया के कहानी, खाटी मितान कृष्ण अर्जुन, वैदेही, जिरो बनही हिरो ये सब फिलिम म नवा आऊ जुन्ना कलाकार मन  काम करे हवे। सीजी फिलिम राज्य के सिनेमा म तो लगत हे फेर गर्व के बात हे कि नागपुर के जयश्री सिनेमा म भी प्रदर्सित होवत हे। 

जुलाई के पहली हफ्ता म प्रदर्सित होय बिलासपुर निवासी आनंद मानिकपुरी द्वारा बनाये छत्तीसगढ़ी फिलिम सर‌ई के आजकल जम्मो कोती चर्चा हे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग पढ़ाई के बाद अच्छा खासा नौकरी छोड़ आनंद सोसल मीडिया बर एडीएम नामक यूट्यूब चैनल म शिक्षा अऊ समाजिक मुद्दा ले जुड़े हसी मजाक से भरपूर छोटे छोटे विडियो बनाके डालय, जेला लोगन मन बहुत पसंद करय। फिलिम बनाय बर निर्माता मन के चक्कर काटिन, कोनो साथ न‌ई दिस, कहु बात न‌ई बनिस त खुदे अपन दम म जतका जमा पूंजी रहिन सब ल लगा के फिलिम बनाय के फैसला लिन। सर‌ई फिलिम म खुदे मुख्य कलाकार, निरदेसक, निरमाता बन एक जोरदार अलग कहानी के साथ नवा इतिहास रच दिस।

कहानी सुरू होथे हिरो आनंद यूट्यूबर ले, नवा नवा जगह के विडियो सोसल मीडिया म डालके अपन चैनल में लोगन मन के संख्या बढ़ाय, इही बीच हिरोइन बने अनीता बरेठ ल देखथे, दोनों बीच मया हो जथे बात बिहाव तक पहुंचगे। हिरोइन के ददा ल सरकारी नौकरी वाला दमांद चाही, येकर सेती बिहाव रूक जथे। परसान हदास आनंद ल सर‌ईडीह के जंगल जेकर नाव सर‌ई हे जिहा सादा पखरा ले जो भी मांगथे मन्नत पुरा हो जथे ओकर बारे म पता चलथे। आनंद के संगी नवरंग यादव के संग जंगल बर निकल जथे। इंहा ले डरावना दिखाय गे हे, दुनो जंगल म फस जथे, इही बीच सुरूज अऊ चंदा ले मिलथे, दुनो ल वन देवता दंड दे रहिस पौधा मन ल नुकसान करे खातिर। आनंद के छुते ही सादा पखरा ले अंजोर निकले लगे, मन्नत मागे से पहली गौतम दीवान जेन बिजनेसमैन रहिस आनंद ल हटा के अपन मांग पुरा कर लीस। बाद में हिरोइन के बाप ल एहसास होथे सरकारी नौकरी जरूरी नहीं हे आनंद के बिहाव अनिता ले करे बर तैयार हो जथे।

गीत संगीत बिना फिलिम अधुरा होथे सुनील सोनी, कंचन जोशी, राहुल डड़सेना के गाये मैं तोला न‌ई छोड़व ओ, तोर नैना म ओ मोला प्यार हे, दौना पान जैसे सुमधुर गीत ह सबके मन मोह लिस। सर‌ई फिलिम म बताय गे हे जरूरतमंद लोगन के मदद करना, रूख र‌ई ल काटे ले बचाना अऊ बहुत अकन सिखे बर मिलथे। संवाद के बात करे जाय त किस्त में, तोर नाव के कुकुर पालव, बने कहात हस, सर‌ई जंगल म आथे तो अपन मर्जी से फेर जाथे जंगल के मर्जी ले। आनंद एक तरह ले रिस्क लेके फिलिम बनाय हे फेर ओला कही न कही सफल होय के उम्मीद रहिस। बिना स्टार कलाकार के पहली बार बड़े परदा बर काम करना एक मिसाल अऊ इतिहास बनगे, आनंद अऊ ओकर जम्मो टीम ल बधाई शुभकामना।
- देव हीरा लहरी 
साहित्यकार, चंदखुरी फार्म रायपुर

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