नई दिल्ली। न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करे ले संबंधित अनुच्छेद 39 ए के संवैधानिक अधिदेश के पूरा करे के खातिर प्रतिबद्ध, न्याय विभाग (डीओजे) काली यानी 25 अगस्त, 2023 के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम, नवा दिल्ली म टेली-लॉ 2.0 कार्यक्रम के आयोजन करके रिहिन हावय। ए कार्यक्रम म विधि अउ न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल भाग लेही। प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए आम नागरिक के मुकदमे ले पहिली सलाह के 50 लाख तक पहुंचे के उपलब्धि के जश्न मनाने वाला ये आयोजन गजब जरूरी हावय।
ये टेली-लॉ के तहत ए कानूनी सलाह सेवा के न्याय बंधु (प्रो बोनो) कार्यक्रम के तहत कानूनी प्रतिनिधित्व सेवा के संग एकीकृत तको करत हावय। ये आम नागरिक के एकल पंजीकरण अउ टेली-लॉ के एकल गेटवे के माध्यम ले कानूनी सलाह, कानूनी मदद अउ कानूनी प्रतिनिधित्व तक पहुंच मिले करे म सक्षम बनाही। ए कार्यक्रम म अग्रिम पंक्ति के उन पदाधिकारी मन के तको अभिनंदन करे जाही, जेन जमीनी स्तर म लोगन के उंकर दहलीज म कानूनी सेवा के प्रदायगी सुनिश्चित करत हावयं। कार्यक्रम के बखत निम्नलिखित प्रदर्शित/जारी करे जाही।
टेली-लॉ म पांच साल (2017-2022) के यात्रा दर्शाये वाला फिलिम "टेली-लॉ" के प्रदर्शन। "टेली-लॉ-2.0" के सुरू जेमा टेली-लॉ अउ न्याय बंधु ऐप एकीकृत हावय अउ येकर ई-ट्यूटोरियल के विमोचन। "वॉयस ऑफ बेनेफिशियरीज" के विमोचन जेन टेली-लॉ सेवा के फायदा उठाये म लाभार्थी मन के अनुभव के वर्णन करत हावय। "अचीवर्स कैटलॉग" के विमोचन जेन साल (2022-2023) अउ (2023-2024, अप्रैल ले जून) के खातिर क्षेत्र-वार सबले बढि़या प्रदर्शन करे वाला पैरा लीगल स्वयंसेवी, गांव स्तर के उद्यमी, पैनल म सामिल वकील अउ राज्य समन्वयक के प्रस्तुत करत हावय।
प्रतिभागियों म न्याय विभाग, सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के अधिकारी, लॉ स्कूल के तहत गठित प्रो बोनो क्लब के पढ़ईया अउ संकाय, साक्षरता अउ कानूनी जागरूकता कार्यान्वित करे वाला न्याय विभाग के आने-आने साझेदार एजेंसिया। देश म टेली-लॉ लागू करे वाला पैरा लीगल स्वयंसेवी, गांव स्तर के उद्यमी, पैनल म सामिल वकील अउ राज्य समन्वयक सामिल हावयं। ये कार्यक्रम न्याय विभाग डहर ले आयोजित अउ सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड डहर ले समर्थित हावय। ये कार्यक्रम कानूनी मदद इको-सिस्टम के मजबूत बनाये अउ "सबो के खातिर न्याय" सुनिश्चित करे के सरकार के दृष्टिकोण के खास उदाहरण हावय।
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