रायगढ़ घराना के कत्थक नर्तक रामलाल बरेठ ल मिलही पद्मश्री सम्मान, पढ़व रामलाल बरेठ बरे पूरा म जानकारी

अंजोर
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Biography of Kathak dancer Ramlal Bareth of Raigarh Gharana awarded with Padmashree



  • महाराजा चक्रधर सिंह ह पहचान ले रिहिस रामलाल बरेठ के प्रतिभा जब वो चार साल के रिहिस
  • रामलाल बरेठ 88 साल के उमर म तको कत्थक के अभ्यास करत हावयं, रायगढ़ घराना ल देश भर म दीस पहचान
  • रामलाल बरेठ ल पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा अउ राष्ट्रपति एपीजे कलाम तको सम्मानित कर चुके हावय
  • रामलाल बरेठ ह स्वर्गीय बिरजू महाराज के स्नेह पात्र रिहिस

अंजोर.ए। प्रतिष्ठित पुरस्कार के खातिर चयनित रायगढ़ घराना के कत्थक नर्तक रामलाल बरेठ जब सिरिफ 4 साल के रिहिस तभेच महाराजा चक्रधर सिंह ह ओमा छिपे नृत्य के प्रतिभा पहचान ले रिहिस। ओमन उंकर पिता अउ अतका ही प्रतिभाशाली कत्थक कलाकार कीर्तनराम ले किहिन के येकर कत्थक के प्रशिक्षण के बेवस्था मैं अपन देखरेख म करहूं। ओमन देश भर के जाने-माने कलाकार मन ले बरेठ के प्रशिक्षण कराइस।

महाराजा चक्रधर सिंह ह उन म जेन भरोसा देखाइस, ओला बरेठ ह पूरा करिन। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार ले लेके पद्मश्री तक के सफर तय करके ओमन रायगढ़ घराना ल नवा ऊंचाई दीस। रामलाल बरेठ अभी 88 साल के हो चुके हावयं। उंकर जिनगी आर्थिक परसानी मन ले घिरे रिहिन। रायगढ़ रियासत म महाराजा चक्रधर सिंह के जाये के बाद उंकर परिवार के आर्थिक परेशानी के सामना करे बर परिस। बरेठ बतावत हावयं के कत्थक नृत्य अकेला के कर्म नइ हावय। तुँमन ल येकर खातिर कुशल संगतकार चाही। येकर बेवस्था करे अउ रायगढ़ घराना के प्रतिष्ठा ल बनाये रखे म कठिन मेहनत करिन।

रामलाल बरेठ के देश के महान कत्थक कलाकार मन के संग बहुत अच्छा संबंध रिहिन हावयं। ओमन बताइन के पंडित बिरजु महाराज के संग उंकर बहुत स्नेहिल संबंध रिहिन हावयं। पंडित बिरजु महाराज ओला बहुत स्नेह पात्र मानत रिहिस। बिरजु महाराज के जनम तको रायगढ़ म होइस। अच्छन महाराज जइसे प्रतिभाशाली लोगन ले सीखे के मउका मिले रिहिस अउ कत्थक के शानदार यात्रा रायगढ़ घराना के प्रोत्साहन ले सुरू होइस।

रामलाल बरेठ बतावत हावयं के पहिली फिलिम म शास्त्रीय संगीत अउ नृत्य के बड़ा मान होवत  रिहिस। फिलिम के खातिर तको काम करे वाला अमीर खां साहब के बहुत निकट संबंध रायगढ़ घराना ले रिहिन। अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित के पिता तको रायगढ़ घराना ले जुरे रिहिन।

अच्छा बात ये हावय के रामलाल बरेठ अगली पीढ़ी ल तको कत्थक के खातिर दीक्षित करत हावयं। ओमन बताइन के उंकर बबा, पिता जी कत्थक ले जुड़े रिहिन अउ अब बेटा तको कत्थक ले जुड़े हावयं।

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