पीएम जनमन योजना : बिसेस पिछड़ी जनजाति के लोगन तक पहुंचिस, स्वास्थ्य परीक्षण के संग बनाये जाथे आधार, आयुष्मान, जॉब कार्ड

अंजोर
0
प्रधानमंत्री जनमन योजना



अंजोर.रायपुर, 02 जनवरी। प्रदेश म बिसेस पिछड़ी जनजाति समूह के लोगन ल फायदा देवाये बर प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्राथमिकता ले बुता करे जात हावय। बिसेस पिछड़ी जनजाति के बसाहट ल चिन्हांकित करके शिविर के आयोजन करे जात हावय। ये शिविर म सरकार के जनकल्याणकारी योजना मन ले वंचित अउ पात्र सबो हितग्राही मन ल लाभान्वित करे जात हावय। शिविर म सरकारी अधिकारी-कर्मचारी डहर ले लोगन के बिसेस पिछड़ी जनजाति वर्ग बर संचालित योजना मन के बारे म तको विस्तार ले जानकारी दे जात हावय। इही कड़ी म जनजाति बहुल कोरबा जिला के गांव छातासराई, माखुरपानी, पतरापाली, गढ़उपरोड़ा, देवपहरी जइसे कई गांव म शिविर के आयोजन करे गिस।

स्वास्थ्य परीक्षण के संग बनाये जा रिहिन आधार, आयुष्मान, जॉब कार्ड

जानबा होवय के पीएम जनमन योजना के मूल उद्देश्य कमजोर जनजाति समूह (पीवीटीजी), परिवार अउ बस्ती मन तक बुनियादी सुविधा अउ सेवा के पहुंचिस के उंकर सामाजिक, आर्थिक स्थिति म सुधार करे हावय। पीएम जनमन योजना ले कमजोर जनजाति समूह के बसाहटों म आने-आने विभाग के समन्वय ले पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम ले पोषण, आजीविका संवर्धन बर कौशल विकास जइसे जरूरी गतिविधी के क्रियान्वयन करे जाही।

शिविर म बिसेस पिछड़ी जनजाति वर्ग के वंचित लोगन के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, जनधन खाता, केसीसी, जाति परमान पत्र, वन अधिकार पत्र, जॉब कारड सहित आन योजना मन ले लाभान्वित तको करे जात हावय। संग ही उंकर स्वास्थ्य परीक्षण के रूप म बीपी, शुगर, आँखी, लहू के जांच करके जरूरी सलाह अउ दवाइयां तको दे जात हावय। बिसेस पिछड़ी जनजाति के लोगन के शिविर तक लाने बर महिला कर्मचारी मन, स्वसहायता समूह डहर ले सहयोग तको करे जात हावय अउ शिविर के सरलग मॉनिटरिंग बर गठित जिला अउ ब्लॉक स्तरीय नोडल  अधिकारी मनकी टीम डहर ले शिविर के निरीक्षण करके संबंधित विभाग के उपस्थिति सुनिश्चित करे जात हावय।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !