ड्रोन ले अब ब्लड सैम्पल अउ जांच रिपोर्टिंग, यूज ऑफ ड्रोन टेक्नॉलॉजी बरदान साबित होही

अंजोर
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Government of India's pilot project use of drone technology in health service


  • Drone technology will prove to be a boon for high level investigation and immediate sample reporting in remote areas
  • Government of India's pilot project use of drone technology in health service
  • Rajmata Smt. Devendra Kumari Singhdev Government Medical College located in Ambikapur from Chhattisgarh was selected
  • ब्लड सैम्पल परिवहन बर 40 किलोमीटर के दूरी वाला ड्रोन परीक्षण उडान के होइस आयोजन

अंजोर.अंबिकापुर,ए। भारत सरकार के पायलेट प्रोजेक्ट यूज ऑफ ड्रोन टेक्नॉलॉजी ये हेल्थ सर्विस डिलीवरी के खातिर छत्तीसगढ़ ले अंबिकापुर स्थित राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव सरकारी चिकित्सा कॉलेज के चयन होइस। येकर ले ड्रोन के माध्यम ले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर ले लहू सैंपल सरकारी चिकित्सा कॉलेज म मिले करिन जाही अउ जांच बाद रिपोर्ट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर भेजे जाही। येकर क्रियान्वयन के खातिर पहिली चरण म प्रयोग के तौर म राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव सरकारी चिकित्सा कॉलेज म सम्मार के पहिली ड्रोन ट्रायल करे गिस।  मेडिकल कॉलेज ले 40 कि.मी. दूरिहा उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले ड्रोन के माध्यम ले जाँच बर लहू सैम्पल अउ ओटी कल्चर  बर सैंपल ड्रोन ले भेजे गिस।

जानबा होवय के राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश म स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल राज्य म स्वास्थ्य सुविधाबढ़ाये के खातिर सरलग तत्पर हावयं। इही ओढ़र म हाल ही म राज्य म 250 ले जादा मेडिकल आफिसर अउ विशेषज्ञ डॉक्टर मन के नियुक्ति तको के गे हावय।

सरगुजा अउ बस्तर क्षेत्र के दूरस्थ क्षेत्र म स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लैब म कई जांच नइ होवत हावयं अउ एमन ल निकटतम रेफर सेंटर्स म भेजना परत हावय। अइसे स्थिति म ड्रोन सुविधा मरीज मन के खातिर बरदान साबित हो सकत हावय। ट्रायल परीक्षण म ड्रोन के मेडिकल कालेज अम्बिकापुर ले उदयपुर पहुचने म 30 मिनट के समय लगे जिहां उदयपुर के झिरमिटी स्टेडियम ग्राउंड म ओकर सफल लैडिंग कराइन गे। इंकर डहर ले 15 मिनट के अंदर लहू सैपल जेकर वजन लगभग 600 गांव रिहिस, ड्रोन म लोड करे गिस अउ वापस ड्रोन के मेडिकल कालेज अम्बिकापुर भेज दे गिस।

ए प्रोजेक्ट बर दू स्व-सहायता समूह के ड्रोन दीदी ल, ड्रोन संचालन के ट्रेनिंग बर दिल्ली भेजे गे रिहिस।  जेमा ले सैंपल लोडिंग अउ अनलोडिंग के बुता बर एक ड्रोन दीदी के उदयपुर अउ एक ड्रोन दीदी अम्बिकापुर के खातिर प्रशिक्षित करे गे हावय। ए प्रोजेक्ट के सफल होए म राज्य के सबो जिला  म एला लागू करिन जाही। दूरस्थ इलाका ले भरती मरीज के तुरते जांच अउ सैपल रिपार्टिग के जानकारी वायु परिवहन के माध्यम ले सुविधा उपलब्ध कराना सरगुजा जिला के खातिर एक बरदान साबित हो सकत हावय।

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