सानिया मिर्जा का संक्षिप्त परिचय Brief introduction of Sania Mirza-
सानिया मिर्ज़ा का जन्म 15 नवम्बर 1986 को मुंबई महाराष्ट्र भारत में हुआ था। सानिया मिर्ज़ा एक टेनिस खिलाड़ी हैं। 2003 से 2013 में लगातार एक दशक तक उन्होने महिला टेनिस संघ (डब्ल्यू टी ए) के एकल और डबल में शीर्ष भारतीय टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपना स्थान बनाए रखने में सफल रही और उसके बाद एकल प्रतियोगिता से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद शीर्ष स्थान पर अंकिता रैना विराजमान हुई। मात्र 18 वर्ष की आयु में वैश्विक स्तर पर चर्चित होने वाली इस खिलाड़ी को 2006 में 'पद्मश्री' सम्मान प्रदान किया गया। वे यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी है। उन्हें 2006 में अमेरिका में विश्व की टेनिस की दिग्गज हस्तियों के बीच डब्लूटीए का 'मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर एवार्ड' प्रदान किया गया था। उन्होंने चार ओलंपिक में भाग लिया- 2008 बीजिंग, 2012 लंदन, 2016 रियो और 2020 टोक्यो में।
सानिया मिर्जा की प्रारंभिक शिक्षा Sania Mirza's early education-
सानिया मिर्जा प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद के एन ए एस आर स्कूल में हुई, तत्पश्चात उन्होंने हैदराबाद के ही सेंट मैरी कॉलेज से स्नातक किया। उन्हें 11 दिसम्बर 2008 को चेन्नई में एम जी आर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त हुई।
सानिया मिर्जा का प्रारंभिक जीवन Sania Mirza's early life-
- सानिया मिर्जा के पिता इमरान मिर्ज़ा खेल संवाददाता थे तथा माँ नसीमा मुंबई में प्रिंटिंग व्यवसाय से जुड़ी एक कंपनी में काम करती थीं। कुछ समय के बाद उन्हें और छोटी बहन 'अनम' को हैदराबाद जाना पड़ा जहां एक पारंपरिक शिया खानदान के रूप सानिया का बचपन गुजरा। पिता के सहयोग और अपने दृढ़ संकल्प के सहारे वह आगे बढ़ती चली गई। हैदराबाद के निज़ाम क्लब में सानिया ने छ्ह साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरु किया। उन्होने 6 वर्ष की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया।
- सानिया मिर्जा के पिता के पास इतने पैसे नहीं थे जो उन्हें पेशेवर ट्रेनिंग दिलवा सकें। इसके लिए उनके पिता ने कुछ बड़े व्यापारिक समुदायों से स्पान्सर्शिप ली, जिसमें प्रमुख हैं जीवेके इंड्रस्ट्रीज और एडीडास। इन दोनों कंपनियों ने उन्हें 12 साल की उम्र से ही स्पान्सर करना शुरु कर दिया। उसके बाद उनके पिता ने उनकी ट्रेनिंग का जिम्मा लिया। महेश भूपति के पिता सी. के. भूपति की देखरेख में उसकी टेनिस शिक्षा की शुरुआत हुई।
- हैदराबाद के निज़ाम क्लब से शुरुआत करने के बाद वह अमेरिका की एस टेनिस एक्रेडेमी गई। 1999 में उसने जूनियर स्तर पर पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व किया। सानिया जब 14 वर्ष की भी नहीं थी तब उसने पहला आई.टी.एफ. जूनियर टूर्नामेंट इस्लामाबाद में खेला था। 2002 में भारत के शीर्ष टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने बुसान एशियाड के पूर्व 16 वर्षीय सानिया को खेलते देखा और निश्चय किया कि वह सानिया मिर्ज़ा के साथ डबल्स में उतरेंगे। फिर उन्होने इस देश को कांस्य पदक दिलाया। उसके बाद सानिया ने 17 वर्ष की उम्र में विंबलडन का जूनियर डबल्स चैंपियनशिप खिताब जीता था।
- अपने कॅरियर की शुरुआत सानिया मिर्जा ने 1999 में विश्व जूनियर टेनिस चैम्पियनशिप में हिस्सा लेकर किया। इसके बाद उन्होंने कई अंतररार्ष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया और सफलता भी पाई। 2003 उनके जीवन का सबसे रोचक मोड़ बना जब भारत की तरफ से वाइल्ड कार्ड एंट्री करने के बाद सानिया मिर्ज़ा ने विम्बलडन में डबल्स के दौरान जीत हासिल की। वर्ष 2004 में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2005 के अंत में उनकी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 42 हो चुकी थी जो किसी भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा थी। 2009 में वह भारत की तरफ से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं। 20 साल के करियर में, वह छह बार ग्रैंड स्लैम युगल विजेता रहीं।
सानिया मिर्जा का पारिवारिक जीवन Sania Mirza's family life-
सानिया मिर्जा का वैवाहिक जीवन Sania Mirza's married life-
सानिया मिर्जा का व्यक्तिगत जीवन और विवाद Sania Mirza's personal life and controversies-
2. वर्ष 2009 में सानिया की सगाई उनके बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से हुई, लेकिन सगाई शीघ्र ही टूट गई और वे पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ दिखने लगी। सानिया ने एक बयान में कहा, कि 'हम कई सालों से दोस्त हैं लेकिन मंगेतर की हैसियत से हम दोनों के बीच बात नहीं बनी। मैं सोहराब को उसकी ज़िंदगी के लिए शुभकामनाएं देती हूं। कुछ माह पश्चात अर्थात 12 अप्रैल 2010 को उन्होने शोएब मलिक के साथ निकाह रचाया। इस निकाह को लेकर उन्हें कई लोगों से कड़ी प्रतिक्रियाएं भी मिली लेकिन उन्होंने किसी की परवाह नहीं की और हर मोर्चे पर अपने पति का साथ दिया।
3. वर्ष 2014 में नवगठित भारतीय राज्य तेलंगाना के ब्रांड एम्बेसेडर बनाए जाने पर सानिया फिर विवादों में घिरी, जब तेलंगाना विधानसभा में भाजपा नेता के. लक्ष्मण ने उन्हे 'पाकिस्तान की बहू' क़रार दिया और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर सवाल उठाया।
4. सोशल मीडिया पर पक्ष-प्रतिपक्ष में काफी बहस हुई। इंडियन एक्सप्रेस अख़बार ने एक तस्वीर ट्वीट किया जिसपर लिखा था 'मैं सानिया मिर्ज़ा हूँ और मैं परदेसी नहीं हूँ।' यहाँ तक कि दुखी सानिया ने अपने फ़ेसबुक पन्ने पर अपनी पांच पीढ़ियों का हिसाब भी लिख डाला और अपने को भारतीय होने का प्रमाण दिया। देश के लिए इतने साल तक खेलने के बाद, देश के लिए मेडल जीतने के बाद, बार-बार यह बताने के बाद कि मेरे पास भारतीय पासपोर्ट है।'
सानिया मिर्जा बनी लोगों की प्रेरणा Sania Mirza became the inspiration of people-
छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धियां Big achievements in a young age-
खूबसूरती और मोहक अदा beauty and charm-
सानिया मिर्जा की ड्रेस और नथुनिया Sania Mirza's dress and nose ring-
सानिया मिर्जा का ग्लैमरस Sania Mirza's glamorous-
सानिया मिर्जा जब टेनिस कोर्ट में रहती है अपनी खास ड्रेस कोड से पहचानी जाती है। और जब वे आम जीवन या किसी कार्यक्रम में होती है तब किसी नायिका से कम नहीं होता उनका ग्लैमरस। खेल की दुनिया की इस चर्चित सितारें की फोटो के लिये लोग टूट पड़ते हैं। सानिया मिर्जा जितनी खूबसूरत वेस्टर्न में लगती है उतनी ही भारतीय परिधानों में भी ग्लैमरस लूक में नजर आती है। सानिया मिर्जा अपनी खास अंदाज में कई टीवी कार्यक्रमों में सिरकत कर चुकी है। सानिया मिर्जा कार्यक्रमों में खुलकर बात भी करती है। सानिया मिर्जा का टीवी कार्यक्रमों में बिंदास बोल तन के साथ मन की सुंदरता को बिखेरता है। सानिया मिर्जा की तस्वीरें अकसर अखबार, मैगजीन और टीवी चैनलों के अलावा सोशल मीडिया में वायरल होती रहती है।
सानिया मिर्जा का चर्चा में रहने का कारण Reason for Sania Mirza to be in the news-
भारतीय पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा खेल के दौरान अखबारों में चर्चा में बनी ही रहती थी। देश के लाखों युवक, युवतियों के घरों के दीवारों पर उनकी तस्वीरे भी खूब लगा होता था। बाजार में सानिया मिर्जा की तस्वीरे सिनेमा की हिरोइनों भी ज्यादा बिका करता था। ज्यादातर कॉलेज की लड़किया सानिया मिर्जा की तरह दिखने की कोशिश में लगी रहती थी।
सानिया मिर्जा लोगों की बातों से बेपरवाह अपनी धून में अपना काम करती रहती है। जब वें टेनिस के मैदान में होती थी तो उनके कपड़ों पर सवाल उठाये जाते थे। सानिया उनका जवाब अपने खेल से दिया, कुछ अपने में बदलाव भी लाई। वैवाहिक जीवन में आने के बाद सबसे अधिक वे लोगों की तीखी बातें की शिकार हुई। जिसे सानिया मिर्जा ले दुल्हान चुना पाकिस्तानी था, दूसरी बात वह पहले से शादीशुदा था। अब तो उनके पति ने तीसरी शादी भी कर ली। हालांकि दोनों अब अलग हो चुके है, उन दोनो का एक बेटा भी है जिसे लेकर सानिया मिर्जा भारत लौट आई है। सानिया मिर्जा दुबई में भी रहती हैं।
सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी Sania Mirza Tennis Academy-
अपनी संस्था (सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी) एसएमटीए के बारे में वे कहते है कि- ‘‘सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी में, हम समझते हैं कि टेनिस में सफलता के लिए सिर्फ ऑन-कोर्ट प्रशिक्षण से कहीं अधिक की आवश्यकता होती है। हम अपने खिलाड़ियों को व्यक्तिगत फिटनेस कार्यक्रम, मानसिक कंडीशनिंग सत्र, पोषण संबंधी मार्गदर्शन और खेल मनोविज्ञान संसाधनों तक पहुंच सहित व्यापक सहायता प्रदान करते हैं। हम खिलाड़ियों को मूल्यवान प्रतिस्पर्धी अनुभव प्राप्त करने में मदद करने के लिए टूर्नामेंट, मैच और एक्सपोज़र ट्रिप भी आयोजित करते हैं।’’
सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी (एसएमटीए) का नज़रिया-
सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी (एसएमटीए) का हमारा विशेष कार्य-
अपनी संस्था की उपलब्धियों के बारे में वे बताते है कि-
1. हमारा मिशन सभी उम्र और कौशल स्तरों के इच्छुक खिलाड़ियों को असाधारण टेनिस प्रशिक्षण और कोचिंग प्रदान करना है। हम एक समावेशी समुदाय बनाने का प्रयास करते हैं जो टेनिस के प्रति प्रेम को बढ़ावा देता है और व्यक्तियों को कोर्ट के अंदर और बाहर उनकी पूरी क्षमता विकसित करने में मदद करता है। हम अपने सभी छात्रों में अनुशासन, खेल कौशल और दृढ़ता जैसे बुनियादी मूल्यों को स्थापित करने में विश्वास करते हैं।
2. उपनगरीय हैदराबाद के मुर्तुजागुडा में आदर्श, सुरम्य सेटिंग में स्थित, सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी (एसएमटीए) भारत में टेनिस गतिविधि का मुख्य केंद्र बनने की राह पर है। सानिया मिर्ज़ा भारत की अब तक की सर्वोच्च रैंक वाली महिला टेनिस खिलाड़ी हैं, जिनकी एकल में करियर की सर्वोच्च रैंकिंग 27 और युगल में विश्व नंबर 1 है। वह अपने शुरुआती अनुभवों से जानती हैं कि भारत के टेनिस खिलाड़ियों को एक सफल पेशेवर बनने के लिए कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। भारत में टेनिस के प्रति उनका दीर्घकालिक दृष्टिकोण था।
3. एसएमटीए अब भारत के टेनिस खिलाड़ियों को अगली पीढ़ी के ग्रैंड स्लैम चैंपियन तैयार करने में मदद करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए तैयार है। सानिया ने इस अकादमी को बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सर्किट पर 15 वर्षों तक खेलने के अपने विशाल अनुभव का उपयोग किया है, जो न केवल उभरते पेशेवर खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, बल्कि सीखने के इच्छुक टेनिस प्रेमियों के लिए अंतिम गंतव्य भी बनाया जाएगा। दुनिया भर में लाखों लोगों को रोमांचित करने वाले शाही खेल में शामिल होने के अवसर का आनंद लें या आनंद लें।
4. हम समुदाय को वापस लौटाने और जमीनी स्तर पर टेनिस को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं। अपने आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से, हम उन युवा उत्साही लोगों को टेनिस से परिचित कराने के लिए स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और गैर-लाभकारी संगठनों के साथ सहयोग करते हैं, जिनके पास उचित सुविधाओं तक पहुंच नहीं है। हम उभरते खिलाड़ियों को प्रेरित और प्रेरित करने के लिए टेनिस क्लीनिक, कार्यशालाएं और प्रदर्शनियां भी आयोजित करते हैं।
एसएमटीए ने नियोजित बुनियादी ढांचे का अपना पहला चरण पूरा कर लिया है, जिसमें शामिल हैं:-
2. शारीरिक प्रशिक्षण के लिए एक सुसज्जित व्यायामशाला।
3. पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए शॉवर और अन्य आवश्यक सुविधाओं के साथ अलग-अलग ड्रेसिंग रूम।
4. लाउंज और कैफेटेरिया के साथ क्लब हाउस।
5. एसएमटीए सभी टेनिस प्रेमियों को सानिया मिर्जा टेनिस लिगेसी का हिस्सा बनने का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।