चिट्ठी आई है... आई है..., के गवइया पंकज उधास अब दुनिया म नइ रिहिन

अंजोर
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pankaj udhas biography in chhattisgarhi



अंजोर.ए। हिन्दी  सिनेमा म गजल गायकी ले अपन नवा मुकाम बनइया पार्श्व गायक पंकज उधास अब दुनिया म नइ रिहिन। मिले आरो के मुताबिक ओमन कुछ दिन ले बीमार रिहिन अउ आज 72 बछर के उमर म ओमन दुनिया ल छोड़ के चल दिस। पंकज उधास के बीते के खबर पाके लोगन मन बड़ दुखी मनले उनला सुरता करत हाबे।
 
गजल गायकी ले ओमन न सिरिफ हिन्दी सिनेमा ल हिट करिस बल्कि गजल ल तको आम जन मानस तक पहुंचाइस। पंकज उधास के जनम 17 मई 1951 के गुजरात के जेतपुर म होए रिहिस। ओमन करियर के शुरुआत 1980 म एक ग़ज़ल एल्बम ले करिस। येकर बाद उंकर मुकरार, तरन्नुम, महफ़िल जइसन कतकोन हिट गाना रि‍कॉर्ड करिस।
 
पंकज उधास 1985 तक एक भारतीय ग़ज़ल अउ पार्श्व गायक के रूप हिंदी सिनेमा म अपन ठउर बना ले रिहिस। पंकज उधास ल 1986 के फ़िल्म नाम म गाये गीत "चिट्ठी आई है, आई है" ले बड़का प्रसिद्धी मिलिस। तेकर पाछू तो ओमन कई हिन्दी फिलिम म गीत गाइन। दुनिया भर म एल्बम अउ लाइव कॉन्सर्ट ले ओमन एक गायक के रूप म नाम कमाइस। 
भारत सरकार कोति ले संगीत के क्षेत्र म करे गे जबर बुता के सेती उनला 2006 सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री ले सम्मानित करे गिस। येकर अलावा ओमन देश-विदेश म कला के क्षेत्र म कतकोन बड़ा पुरस्‍कार पाइन।
 
पंकज उधास के निधन के आरो अचानक 26 फरवरी पाके उंकर मयारूक संगी कलाकार अउ श्रोता समाज उनला नमन करत गीत ले श्रद्धांजलि देवत हाबे। ये मउका म भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तको सुरता करे हावय।

पंकज उधास के प्रारंभिक जीवन

पंकज उधास के जनम गुजरात के जेतपुर म होइस। वो ह तीन भाइ म सबले छोटे हावयं। उंकर माता-पिता केशुभाई उधास अउ जितुबेन उधास हावयं। उंकर सबले बड़े भाई मनहर उधास ह बॉलीवुड फिलिम म हिंदी पार्श्व गायक के रूप म कुछ सफलता हासिल करिस। उंकर एक भाई निर्मल उधास तको एक परसिध ग़ज़ल गायक हावय अउ परिवार म गायन सुरू करइया तीन भाइ म ले वो ह पहिली रिहिस। ओमन सर बीपीटीआई भावनगर ले पढ़ाई करिस। जब उंकर परिवार मुंबई चले गे अउ पंकज ह मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज म दाखिला लिस। 

बताथे के जब पंकज उधास लइका रिहिस, त उंकर पिता दिलरुबा, एक तार वाला वाद्ययंत्र बजात रिहिस। उंकर भाइ मनके संगीत म रुचि देखके उंकर पिता ह उंकर दाखिला राजकोट के संगीत अकादमी म करा दिस। उधास ह शुरुआत म तबला सीखे के खातिर खुद के नामांकित करिन फेर बाद म गुलाम कादिर खान साहब ले हिंदुस्तानी गायन शास्त्रीय संगीत सीखना सुरू करिन। येकर बाद उधास ग्वालियर घराना के गायक नवरंग नागपुरकर के संरक्षण म प्रशिक्षण ले के खातिर मुंबई चले गे। 

उधास के पहिली गाना फिलिम "कामना" म रिहिस, जेन उषा खन्ना डहर ले संगीतबद्ध अउ नक्श लायलपुरी डहर ले लिखे गे रिहिस, ये फिलिम फ्लॉप रेहे फेर उंकर गायन ल बहुत सहराइस। उंकर पहिली ग़ज़ल एल्बम, आहट, 1980 म रिलीज़ होइस रिहिस। इहें ले ओला सफलता मिलनी सुरू होए अउ 2011 तक ओमन पचास ले जादा एल्बम अउ सैकड़ों संकलन एल्बम जारी करे  हावयं। 

1986 में, उधास के फिलिम नाम म अभिनय करे के तको एक अउ मउका मिलिस, जेकर ले ओला प्रसिद्धि मिलिस। 1990 में, ओमन फिलिम घायल के खातिर लता मंगेशकर के संग मधुर युगल गीत "माहिया तेरी कसम" गाइस। ए गाना ह जबरदस्त लोकप्रियता हासिल करिस। 

1994 में, उधास ह साधना सरगम के संग फिलिम मोहरा के उल्लेखनीय गीत, "ना कजरे के धार" गाइन, जेन बहुत लोकप्रिय तको होइस। ओमन पार्श्व गायक के रूप म साजन, ये दिल्लगी, नाम अउ फेर तेरी कहानी याद आये जइसे फिलिम म कुछ ऑन-स्क्रीन उपस्थिति दर्ज करास।

आज 72 बछर के उमर म दुनिया ल पंकज उधास ह उदास करके चल दिस। फेर उंकर गीत हमेशा बर उंकर नाम ल उम्‍मर कर दीस। जब तब दुनिया रही, हिन्‍दी सिनेमा रइही अऊ लोगन मन गीत-संगीत के सुर लमाही तब तब पंकज उधास सुरता आही। 

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