अंजोर.सिनेमा। छत्तीसगढ़ी सिनेमा म पहिली बार दो समुदाय के बीच के दंगा, अऊ उंकर जम्मो आंखन देखी घटना अब सिनेमा म देखाये जाही। एक मजबूर पिता, जवान बेटा के लाश, न्याय के गोहार..., अऊ राजनीति म प्रवेश लेके साजा क्षेत्र के विधायक बने तक के संघर्ष के जीवंत कहानी ल रील म पिरोये गे हावय। वाय आर फिल्मस प्रोडक्शन सीजी के बैनर म बने छत्तीसगढ़ी फिलिम ‘द बीरनपुर फाइल्स’ बनके तइयार होगे हावय। फिल्म के निर्माता हावय हेमलाल चतुर्वेदी अउ रमेश कुमार नाग। वइसे ये कहानी तो सत्य घटना म आधारित हावय तभो ले हेमलाल चतुर्वेदी येला सिनेमा बनाये बर पटकथा म काम करे हावय अउ येमा गीत-संगीत तको हेमलाल चतुर्वेदी के ही हावय।
‘द बीरनपुर फाइल्स’ म अहम किरदार के बात करें तो पवन गांधी अउ शालिनी विश्वकर्मा ह माता-पिता के किरदार म हावय। जानबा होवय के बेमेतरा जिला के गांव म पाछू बच्छर 8 अप्रैल के दू समुदाय के बीच जबर हिंसा होये रिहिस। जेमा गांव के ही 23 बरस के युवक भुनेश्वर साहू के हत्या कर दे रिहिस। गांव के बाहिर दू मुस्लिम के लाश तको मिलिस। गांव म संप्रदायिक हिंसा भड़के ले क्षेत्र म तनाव बढ़गे। धीरे-धीरे गांव अउ प्रदेश भर म ये दंगा के आगी गुंगवाये लगिस। तत्कालीन कांग्रेस के सरकार ह गांव म धारा 144 लागू कर दीस। बाहिर के अवइया-जवइया लोगन म रोक लगा दिस। पुलिस प्रशासन के मुस्तैदी ले मामला कुछ दिन म मामला शांत होइस।
लगभग डेढ़ हजार के आबादी वाले गांव के भीतर हर सड़क अउ गली म छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ), पुलिस कर्मी के पहरा लगा दिये गिस। बताये मुताबिक बिरनपुर गांव म ये झगरा स्कूली लइका मनके बीच ले शुरू होइस जेन सांप्रदायिक रंग म रंगत छत्तीसगढ़ के बड़का हिंसा के रूप सामने आगे। न केवल बिरनपुर बल्कि आस-पास के इलाके म तको वीरानी छाये रिहिस। क्षेत्र के दुकान बंद, साजा कस्बा ले बिरनपुर तक 15 किलोमीटर के सड़क ल पुलिस म जगह-जगह जांच जउकी। इहां तक के सरकारी अधिकारी, पुलिस अउ मीडियाकर्मी मनके अलावा आन मनके प्रवेश वर्जित रिहिस।
ये घटना के बाद सरकार कोति ले मरहम लगाये गिस, जांच होइस, कार्रवाई तको होइस। लेकिन सत्ता पक्ष ले जादा विपक्ष ह मयारू बनिस अउ हिंसा म जान गवइया लइका के पिता जेन नियाव के गोहार लगावत रिहिस, भाजपा कोति ले विधायक के प्रत्यासी बनाये गिस। शानदार जीत के बाद अब प्रदेश म सरकार तको उंकरे पार्टी के होगे हावय।
प्रोडक्शन टीम कोति ले मिले आरो के मुताबिक फिल्म बनगे हावय अउ येकर ट्रेलर 14 अप्रेल के सोशल मीडिया म जारी करे जाही। ‘द बीरनपुर फाइल्स’ चुकि सत्य घटना म आधारित फिल्म आए तव जरूरी हे के येमा परिवार के अनुमति लेके ही फिल्म बने होही। स्टोरी म काम करे बर पुलिस डायरी अउ स्थानीय जन-मन के बीच काम करे गे होही। अऊ का-का होइस होही ये तो फिल्म सिनेमाघर म आये बादे आरो मिलही?
बहरहाल प्रोड्यूसर हेमलाल चतुर्वेदी के बताती उन घटना ले आहत रिहिस अउ क्षेत्र के आदमी होए के सेती घटना ले भावना जुरे रिहिस इही सेती येला सिनेमा के रूप म दुनिया ल दिखाना चाहत हावय। ये फिल्म भुनेश्वर साहू ल समर्पित हावय। पाछू दिन भुनेश्वर साहू के पिता अउ साजा ले विधायक ईश्वर साहू ल फल ले तौलके फिल्म द बीरनपुर फाइल्स के पोस्टर विमोचन करे गिस। ईश्वर साहू के संषर्घ के ये जीवंत कहानी म बने फिलिम रिलीज कब होही येतो बाद म आरो मिलही फिलहाल ट्रेलर के रिलीज डेट 14 अप्रैल बताये गे हावय।
एक नजर म बिरनपुर-
एक नजर म बिरनपुर के हिंसा बेमेतरा जिला के साजा क्षेत्र के गांव बिरनपुर म 8 अप्रेल के हिंसक घटना घटिस। जेमा गांव के 23 साल युवक भुनेश्वर साहू के हत्या होगे। आरोप लगिस गांव के मुस्लिम परिवार उपर। गांव म ये घटना सांप्रदायिक हिंसा के रंग लेलिस। दूनो कोति ले खून खराबा होइस। गांव के भीतर हर सड़क अउ गली म छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, पुलिस के पहरा लगगे। गांव म स्थिति तब अउ तनावपूर्ण होगे जब पुलिस ल गांव ले कुछ किलोमीटर दूर रहीम मोहम्मद (55) अउ ओकर बेटा इदुल मोहम्मद (35) के शव मिलिस। स्थानीय प्रशासन गांव अउ आसपास के क्षेत्र म धारा 144 लागू कर दीस। पुलिस के पहरा के बीच शव के किरिया करम होइस।
भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू सरलग नियाव के गोहार करत रिहिस, सरकारी नौकरी अउ मुआवजा ल ठुकरा दीस। बाद म विपक्षी पार्टी म सामिल होगे चुनाव लडि़स अउ जीत दर्ज करिस। अब विधायक ईश्वर साहू के बेटा के हत्या के सीबीआई जांच होही। वइसे ये मामला म पुलिस कार्यवाही होये रिहिस जेमा दूनो पक्ष के आदमी मनला जेल भेजे गे रिहिस। सत्ता बदले के बाद नामजद आरोपी मन जेल म हावय कुछ आरोपी मनला कोर्ट ले जमानत मिलगे।
अहम कड़ी-
अहम कड़ी- ‘लोगन के बताती साहू परिवार के दो युवती मनके मुस्लिम युवक ले शादी के बाद गांव म तनाव फैलना शुरू होगे रिहिस। अइसन घटना अऊ आगू झिन होवय इही सब बात लेके गांव सर्व हिंदू समाज ह इहां एक सम्मेलन तको करे रिहिस। बाद म आठ अप्रैल के हिंसा दो समुदाय के स्कूली लइका मनके बीच एक छोटे से लड़ाई ले होइस जेन सांप्रदायिक हिंसा में बदलगे।‘
हेमलाल चतुर्वेदी ल बहुत-बहुत बधाई
‘द बीरनपुर फाइल्स’ के निर्माता हेमलाल चतुर्वेदी ल बहुत-बहुत बधाई अइसन फिलिम बनाये के खातिर। काबर के ये बहुत जोखिम के काम आए। बहुत संवेदनशील मामला म गजब सावधानी बरते बर परथे। देश म कई ठी अइसने दंगा म फिलिम बने हावय, अउ ये छत्तीसगढ़ी म पहिली फिल्म आए। ‘द बीरनपुर फाइल्स’ के आगोरा सबो समाज के लोगन मनला हावय। खैर पुलिस अउ सीबीआई जांच के बाद तो पूरा मामला आगू आबे करही, लेकिन ओकर पहिली सिनेमा ह तको बहुत कुछ पै उघारही ओ दिन के घटना के।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।