दूरदर्शन के 65 बच्‍छर के प्रसारण के इतिहास

अंजोर
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छत्‍तीसगढ़ी समाचार अनुवादक जयंत साहू

15 सितंबर, 1959 ल स्थापित दूरदर्शन ह भारत के प्रसारण युग के शुरुआत करिस। भारत सरकार के एक स्वायत्त सार्वजनिक सेवा प्रसारक के रूप में, ये प्रसार भारती के दू प्रभाग म ले एक हावय। आज, दूरदर्शन भारत के सबले बड़का प्रसारण इकाई हावय, जेमा स्टूडियो अउ ट्रांसमीटर के एक विशाल नेटवर्क हावय। ये टेलीविजन, ऑनलाइन अउ मोबाइल सेवा देत हावय, जेन महानगरीय अउ क्षेत्रीय दुनों क्षेत्र के संग-संग अंतर्राष्ट्रीय देखइया तक पहुँचत हावय।

दूरदर्शन के इतिहास

दूरदर्शन के शुरुआत सार्वजनिक सेवा प्रसारण म एक मामूली प्रयोग के रूप म होए रिहिस। भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ह 15 सितंबर, 1959 ल पहिली प्रसारण के उद्घाटन करिन। 1959 में, एक प्रमुख यूरोपीय कंपनी ह एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी म अपन क्लोज-सर्किट टीवी औजार प्रदर्शित करे। प्रदर्शनी के अंत में, औजार भारत के लोगन ल भेंट म दे गिस।

1965 म ये प्रयोग एक सरलग सेवा बन गे जब दूरदर्शन ह देश के राजधानी नवा दिल्ली अउ उंकर तीर-तखार के घर म सिग्नल भेजना सुरू करिन। 1972 तक येकर सेवा मुंबई अउ अमृतसर तक अउ 1975 तक सात अउ शहर तक बढ़ाये दीस गिसे। 1975 तक ये ऑल इंडिया रेडियो के हिस्सा रिहिस। 1 अप्रैल, 1976 ल ये सूचना अउ प्रसारण मंत्रालय म एक आने विभाग बनगे अउ बाद म प्रसार भारती के अधीन आ गे।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन डहर ले एक नवा सिग्नेचर इमेज डिज़ाइन करे गिस अउ पंडित रविशंकर डहर ले एक सिग्नेचर ट्यून बनाये गे। पहिली रंगीन प्रसारण 15 अगस्त, 1982 ल होइस, जब राष्ट्रीय कार्यक्रम सुरू होइस।

दूरदर्शन के वर्तमान परिदृश्य

पिछले कुछ साल म दूरदर्शन 35 सैटेलाइट चैनल के संचालन करइया नेटवर्क म विकसित हो गे हावय, जेमे ले 6 ऑल इंडिया चैनल अउ 22 क्षेत्रीय चैनल (24X7) हावयं। येकर अलावा, डीडी 6 क्षेत्रीय (गैर 24X7) अउ 1 अंतर्राष्ट्रीय चैनल संचालित करत हावय। कुल 59 ट्रांसमीटर हावयं। ये स्टेशन के अलावा, दूरदर्शन टोडापुर, दिल्ली स्थित अर्थ स्टेशन ले डीडी डीटीएच सेवा ""डीडी फोकट म डिश"" के संचालन करत हावय।

दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम

दूरदर्शन के कालजयी कहानी अउ बेबाक कहानी कहे के तरीका बेमिसाल हावय। सीमित संसाधन अउ तकनीक के बावजूद, रामायण, महाभारत, हम लोग, बुनियाद, मालगुडी डेज़ अउ उड़ान जइसे शो ह गुणवत्तापूर्ण सामान के खातिर एक मानक स्थापित करिन हावय। दूरदर्शन ह कई पीढ़ी तक सामान पहुँचाई हावय अउ जागरूकता पैदा करे म जरूरी भूमिका निभाये हावय।

कोविड महामारी के बखत दूरदर्शन के पहल

कोविड-19 महामारी अउ उंकर बाद के लॉकडाउन के बखत भारत के सार्वजनिक प्रसारक ह देश भर म टीवी, रेडियो अउ यूट्यूब म अपन क्षेत्रीय चैनल के माध्यम ले वर्चुअल क्लास अउ आन शैक्षिक सामान प्रसारित करे के खातिर ऑल इंडिया रेडियो के संग-संग आने-आने राज्य सरकार के संस्थान के संग सहयोग करिन। स्कूल कक्षा के अनुपस्थिति में, ये वर्चुअल कक्षा ह लाखों छात्र, बिसेस रूप ले 10वीं अउ 12वीं कक्षा के पढ़इया लइका ल उंकर बोर्ड अउ प्रतियोगी परीक्षा के तइयारी म मदद करिस।

साथ ही, पाठ्यक्रम सामान के अलावा, सीखे ल एक रोचक गतिविधि बनाए रखे के खातिर, कुछ राज्य म वर्चुअल कक्षा म प्रख्यात हस्ति मन डहर ले कहानी सुनाना अउ क्विज़ शो सामिल रिहिस।

दूरदर्शन किसान म प्रौद्योगिकी उन्नयन


दूरदर्शन किसान ह दू एआई एंकर लॉन्च करे  हावयं - एआई कृष अउ एआई भूमि। ये एआई एंकर दूरदर्शन किसान ल ए रकम ले ले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग करइया भारत के पहिली सरकारी टीवी चैनल बनात हावयं। एआई एंकर मानव प्रस्तुतकर्ता के रकम ले दिखेे अउ काम करे के खातिर डिज़ाइन करे  गे हावयं, जेन बिना ब्रेक के 24/7 समाचार दे म सक्षम हावयं। एआई एंकर 50 भाषाएँ बोल सकत हावयं।

डीडी फ्रीडिश डीटीएच सेवा

डीडी फ्रीडिश डीटीएच सेवा के स्वामित्व अउ संचालन सार्वजनिक सेवा प्रसारक प्रसार भारती डहर ले करे जाथे। डीडी फ्रीडिश एकमात्र फ्री-टू-एयर (एफटीए) डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) सेवा हावय जहाँ देखइया ले कोनो मासिक सदस्यता शुल्क नइ लिस जाथे। ये सबो के खातिर बहुत किफ़ायती हावय काबर के येकर खातिर सिरिफ लगभग 100 रूपिया के एकमुश्त निवेश करे होवत  हावय। सेट-टॉप-बॉक्स (एसटीबी) अउ एक्सेसरीज के संग छोटे आकार के डिश एंटीना के खरीद के खातिर 1500/- ले 2000/- तक के शुल्क देना होही।

FICCI-EY के अनुसार, जनवरी 2024 तक, DD फोकट म डिश ह 22 MPEG4 चैनल के अलावा 37 दूरदर्शन चैनल, 51 शैक्षिक चैनल अउ 79 निजी चैनलों सहित 167 MPEG2 (चलती तस्वीर अउ संबंधित ऑडियो जानकारी के सामान्य कोडिंग) चैनल के मेजबानी करिस। DD फोकट म डिश के ए अनूठा फोकट म टू एयर मॉडल ह एला सबले बड़का DTH प्लेटफ़ॉर्म बना दे हावय अउ आज DD फोकट म डिश लगभग 45 मिलियन घर तक पहुँचता हावय (FICCI E&Y रिपोर्ट 2023 के अनुसार)।
Santosh Kumar/ Ritu Kataria/ Kamna Lakaria

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