सुनील कुमार सोनी के जनम 28 नवंबर 1961 म रायपुर, छत्तीसगढ़ म कंवर लाल सोनी अउ रुक्मणी देवी सोनी के घर होइस। सुनार परिवार म जन्मे सुनील के पालन-पोषण अइसे माहौल म होइस, जिहाँ सेवा अउ सियानी के कीमत बहुत जरूरी रिहिस। उंकर पिता, जेन आरएसएस ले जुड़े रिहिस, ह ओला समाज सेवा अउ देशभक्ति के भावना ले भरिस। सुनार परिवार म जनम ले के सेती ओमन पारिवारिक व्यवसाय ल समझिस, फेर उंकर असली लक्ष्य राजनीति म सफलता हासिल करे के रिहिस। उंकर जिनगी हमेशा ले जनसेवा के खातिर समर्पित रिहिन।
प्रारंभिक जीवन अउ शिक्षा
सुनील सोनी ह अपन प्रारंभिक शिक्षा रायपुर म पाइस अउ आगू के पढ़ाई के खातिर ओमन दुर्गा कॉलेज म दाखिला लिस। कॉलेज के दिन म ही ओमन भारतीय छात्र संघ (एबीवीपी) ले जुड़के छात्र राजनीति म कदम रखिस। उंकर सक्रियता अउ अगुवई क्षमता ह ओला दुर्गा कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप म चुने जाये के मउका दीस। ए भूमिका म रहत, ओमन पढ़इया लइका मनके अधिकार अउ समस्या के समाधान के खातिर आवाज उठाईस, जेकर ले उंकर लोकप्रियता बढ़ीस।
राजनीतिक करियर के शुरुआत
राजनीति म अपन पहिली कदम रखत, सुनील सोनी ह रायपुर नगर निगम ले चुनई लडि़स जेमा ओमन ल बड़का सफलता मिलिस। ए पद म रहत, ओमन स्थानीय विकास अउ नागरिक सुविधा म सुधार के खातिर कई जरूरी योजना मन लागू करिस। उंकर मेहनत अउ जनहित के प्रति समर्पण ह ओला आगू बढ़े म मदद करिस।
महापौर के रूप म कार्यकाल
साल 2003 ले 2010 तक, सुनील सोनी दू बार रायपुर के महापौर बनिस। ए बखत ओमन शहर के बुनियादी ढांचा, स्वच्छता, अउ नागरिक सेवा म सुधार के खातिर कई नवाचार करिस। उंकर अगुवई म रायपुर ह जरूरी विकास के दिशा म कदम बढ़ाइस, अउ ओला स्थानीय जनता के समर्थन मिलिस।
सांसद के कार्यकाल
साल 2019 में, जब 7 बार के सांसद रमेश बैस के टिकट काटके नवा चेहरा ल मउका दे बात अइस तब सुनील सोनी ल रायपुर ले सांसद बने के मउका मिलिस। ए पद म ओमन न सिरिफ अपन चुनाव क्षेत्र के मुद्दा ल उठाइस, बल्कि संसद म तको अपन आवाज ल प्रभावी ढंग ले प्रस्तुत करिन।
व्यक्तिगत जीवन
सुनील सोनी के बिहाव 1983 म तारा देवी सोनी ले होइस। दांपत्य जिनगी ले ओला दू लइका होइस, जेकर संग वो पारिवारिक जिनगी के आनंद लेवत हावयं। वो अपन परिवार के प्रति प्रतिबद्ध हावयं अउ उंकर खातिर समय निकालत हावयं, वो मानथे के परिवार जिनगी के आधारशिला हावय।
निष्कर्ष
सुनील सोनी के जीवनी एक प्रेरणादायक कहानी हावय, जेन उंकर मेहनत, संघर्ष, अउ जनसेवा के भावना ल दर्शात हावय। उंकर उपलब्धि अउ दृष्टिकोण ये साबित करत हावयं के दृढ़ संकल्प अउ समर्पण के संग राजनीति म आगू बढ़ाहे जा सकत हावय। आने वाला समय म, सुनील सोनी के यात्रा निश्चित रूप ले युवा पीढ़ी के खातिर एक प्रेरणा बनही।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।