घर के माईलोगिन मन जेन हाथ ले चूल्हा-चौका के बुता करथे। तकनीक के क्षेत्र म तको ओतके ही कुशलता के परिचय दे सकत हावयं। अउ सरकार तको महिला मन न सिरिफ आर्थिक रूप ले बल्कि तकनीकी रूप ले तको सक्षम करत हावयं। छत्तीसगढ़ के ड्रोन दीदी ह ए सोच ल साकार करेे हावय।
मिले आरो के मुताबिक रायपुर जिला के गांव नगपुरा के ड्रोन दीदी चंद्रकली के सफलता के उड़ान ड्रोन सहिक हावय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम ले वो तको ड्रोन दीदी बनिस। ओमन ड्रोन चलाना सीखिस अउ बहुत थोड़े समय म एमे कुशल होगे। चंद्रकली बतावत हावयं के हुनरमंद होए ले उंकर काम के कीमत तको कई गुना बढ़ गे। वो सिरिफ 10 मिनट म एक एकड़ खेत म कीटनाशक के छिड़काव कर देत हावयं अउ येकर ले 300 रूपिया कमा लेवत हावयं। गांव म खेत म छिड़काव के बाद उंकर ड्रोन चालन के कुशलता के जानकारी पड़ोसी गांव म तको फैलगे। ओला खूब काम मिलथे अउ पूरा लगन के संग चंद्रकली ह लगभग 700 एकड़ खेत म कीटनाशक के छिड़काव कर दिस।
सबसे बड़का खूबी ये हावय के तकनीक ह ओला समय के बाधा ले पूरा रकम ले मुक्त कर दीस। वो लइका ल तइयार करत हावयं। घर म चूल्हा-चौका कर लेवत हावयं फेर खेत के खातिर निकल पड़त हावयं। उंकर हाथ म ड्रोन के रिमोट हाेेथे। जइसे ही चंद्रकली ड्रोन कंट्रोल रिमोट ऑन करथे, धीरे-धीरे ड्रोन गति लेवत आसमान तनि उड़ता अउ खेत के चक्कर काटेे लागथे। अब चंद्रकली अपन गांव सहित आसपास के क्षेत्र म ड्रोन दीदी के नाम ले जाने जात हावय।
रायपुर जिला के आरंग विकासखंड के निवासी श्रीमती वर्मा कुछ महीना पहिली महिला समूह ले जुडके बहुत ही कम आमदनी पात रिहिस। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ह नवंबर 2023 ल नमो ड्रोन दीदी योजना सुरू करे रिहिस, जेकर उद्देश्य ग्रामीण महिला मन ल तकनीकी रूप ले सशक्त करत होइस आत्मनिर्भर बनात आधुनिकता ले जोड़ना हावय। इही योजना के तहत छत्तीसगढ़ के महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य मन ल चयन करे गिस जेमा रायपुर जिला के चन्द्रकली वर्मा तको सामिल रिहिस।
श्रीमती चन्द्रकली बतावत हावयं के उंकर समूह म अच्छा बुता ल देखत ए योजना के खातिर चयनित करे गिस अउ ऑनलाइन इन्टरव्यू होइस। जेकर खातिर ओला ग्वालियर म 15 दिन के ट्रेनिंग गे दीस अउ दिसंबर 2023 म एमन ल ड्रोन फोकट म दे गे, संग ही परिवहन के खातिर ड्रोन वाहन दे गिस। वो बतावत हावयं के मोला आन दीदी के संग उत्तर प्रदेस के फूलपुर म बलाये गिस, जिहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ह ओला नमो ड्रोन दीदी के उपाधि दीस। येकर बाद श्रीमती चन्द्रकला के आये बाद किसान मन ल येकर बारे म जानकारी देत बताइन के मैनुवल तरीका ले कीटनाशक के छिड़काव करे के काम अब ये काम तकनीक के मदद ले ड्रोन ले मिनटों म ही हो जाथे। धीरे-धीरे ओला काम मिले लगगे। चंद्रकला दू लाख रूपिया ले जादा के आय अर्जित कर चुके हावय जेकर ले वो अपन लइका ल अच्छा शिक्षा देत हावय उंकर बेटी आईटी म इंजीनियरिंग करत हावयं। तकनीक के महत्ता जब चंद्रकला ह समझिस त अपन बिटिया ल तको तकनीक के तनि मोड़ दीस, ये चमत्कार नमो ड्रोन दीदी योजना के हावय।
श्रीमती चन्द्रकला कहत हावयं के मोला गर्व हावय के मै ड्रोन दीदी हवं। मै आज नवा तकनीक के उपयोग करत हवं। अपन गांव के खेती किसानी म मदद करत हवं, जेकर ले फसल उत्पादन म बड़वार होही अउ लागत तको कम आही। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अउ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ल धन्यवाद देत हवं अउ आन महिला मन ले गेलौली करत हवं के ए तकनीक ले जुड़ें अउ छत्तीसगढ़ ल अउ आगू बढ़ाएं।
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।