क्षेत्रीय सिनेमा ह भारतीय सिनेमा के एक जरूरी अउ विविध पहलू हावय, जेन अपन अद्वितीयता, सांस्कृतिक धरोहर अउ सामाजिकता के सेती बिसेस पहचान बनाथे। हिंदी सिनेमा (बॉलीवुड) के अलावा देश के आने-आने हिस्सा म कई आन भाषा म सिनेमा बनत हावय, जइसे- तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़, मलयालम, बंगाली, पंजाबी, असमिया, भोजुपरी, छत्तीसगढ़ी, उडि़या, गुजराती आदि। ये क्षेत्रीय भाषा के अपन फिलिम इंडस्ट्रीज हावय। जेमा कुछ मन ही फिलिम इंडस्ट्रीज ल सजोर करे हावय, वैश्विक स्तर म अपन पहचान बनाये हावयं। बाकी भाषायी मन म ओ बात नी दिखय।
क्षेत्रीय सिनेमा के अपन आकर्षण होथे। जेमा स्थानीय रंग अउ संस्कृति, परंपरा ल सजीव रूप म पेश करे जाथे। उहॉं के कहानी उंकर समाज, संस्कार अउ संघर्ष ले जुड़े होथे, जेन सिनेमा के माध्यम ले जग जाहिर होथे। समाज के वास्तविकता, जिनगी के आने-आने पहलु अउ लोक-रंग ल बेबाकी ले देखाये जाथे।
क्षेत्रीय सिनेमा के सीधा संबंध अपन-अपन अंचल के बोली भाखा के फिलिम ले हावय। माने जेन राज्य के लोगन मन म अपन भाषा अउ कला के प्रति लागव हे ओमन कइसनो सिनेमा बनय, बड़ मया दुलार ले देखथे। ओकर लोकप्रियता के अतका प्रभाव होथे के वैश्विक पटल म तको असर देखे बर मिलथे। येकर जबर उदाहरण आए साउथ सिनेमा (तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़, मलयालम) जेमन हिन्दी अउ आन विदेशी भाषा उपर तको जबर धाक जमा दे हावय। अब के बेरा म क्षेत्रीय सिनेमा ह अंतरराष्ट्रीय पहचान तको हासिल करे हावय। फिलिम फेस्टिवल्स म ये फिलिम ल बढ़ई मिलत हावय अउ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ह येकर पहुंच ल अऊ बढ़ात हावय। ये सिनेमा न सिरिफ भारत के भीतर, बल्कि विश्वभर म भारतीय सांस्कृतिक धरोहर अउ भाषा ल फैलाये के एक जरूरी माध्यम बनगे हावय।
इही ओढ़र म तेलुगु भाषा के बने फिलिम पुष्पा 2 के गोठ करना घातेच जरूरी हावय। ये फिलिम 5 दिसंबर 2024 के अवइया हावय। येकर प्रदर्शन के जब ले जोखा मढ़ाये हाबे तब ले, का किबे आन मनके हिन्दी भाषायी के तको संसा धकधकागे हावय। ये धमक देखाथे के तेलुगु भाषा के का महत्ता हावय अउ उहां के लोगन मन अपन भाषा ले कतका मया करथे। बड़ जतन ले फिलिम बनाथे, क्षेत्रीय सिनेमा होए के बावजूद सौकड़ों करोड़ बजट लगाके सिनेमा बनाथे जेला दुनिया देखते रही जथे। अभी पुष्पा 2 ह 5 दिसंबर के रिलीज होवइया हावय, यहू दरी पुष्पा 2 ह दुनियाभर म गदर मताही अउ एक भारतीय भाषा तेलुगु फेर नवा इतिहास लिखही।
साउथ सिनेमा (तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़, मलयालम) ले आन मन ला सीखे के चाही के अपन भाषा अउ संस्कृति ल बचाये खातिर कइसे जुरमिल के बुता करे जाए। छत्तीसगढ़ी सिनेमा के गोठ करे जाए तव इहां तको सिनेमा बनथे, लेकिन कुछ फिलिम ल छोड़के ज्यादातर मन लागत तको वसूल नइ कर पावय। जबकि फिलिम अच्छा रिथे, गीत-संगीत तको बने रिथे तेकर बाद भी सिनेमाघर म नइ टिके। येकर एक बड़का कारण इहां के दर्शक वर्ग हावय, जेन छत्तीसगढ़ी ल देखना पसंद नइ करे। इहां लोगन म अपन भाषा बर लगाव नइये। ज्यादातर घर ले अब छत्तीसगढ़ी नंदावत जावथे। छत्तीसगढ़ गाना अउ फिलिम ल सुने म देहाती अउ गवांर हो जथे अइसे हीन भावना ले भरे हावय छत्तीसगढ़ के लोगन मन। छत्तीसगढ़ी के प्रति जेन दिन लोगन मनके मन मया जाग जही, येला बचाये-बगराये म लग जाही ओ दिन पुष्पा जइसे पर्दाफाड़ सिनेमा छत्तीसगढ़ ले तको निकली।
आव एक नजर ओ फिलिम के चारी कर लेथन जेन क्षेत्रिय सिनेमा के गरब गुमान हावय, माने पुष्पा 2: द रूल 2024 म रिलीज़ होए वाला एक भारतीय तेलुगु-भाषा के एक्शन ड्रामा फ़िल्म हावय। जेकर निर्देशन सुकुमार ह करिन हावय अउ येकर निर्माण मैथरी मूवी मेकर्स ह सुकुमार राइटिंग्स के सहयोग ले करिन हावय। फ़िल्म म अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका म हावयं उंकर संग रश्मिका मंदाना, फ़हाद फ़ासिल, जगपति बाबू, धनंजय, राव रमेश, सुनील अउ अनसूया भारद्वाज तको हावयं। ये पुष्पा फ़िल्म सीरीज़ के दूसरा भाग हावय। पुष्पा : द राइज़ फिलिम 2021 म रिलीज होए रिहिस।
सीक्वल के आधिकारिक घोसना मूल फ़िल्म के रिलीज़ ले कुछ दिन पहिली दिसंबर 2021 म पुष्पा 2 के नाम ले करे गे रिहिस, जबकि उपशीर्षक पुष्पा 2: द रूल के घोसना अगस्त 2022 म करे गे रिहिस। फ़िल्म के 10% फुटेज ल सुरू म मूल फ़िल्म के संग बैक-टू-बैक शूट करे गिस रिहिस। हालांकि, सुकुमार ह कहानी ल बदले के फइसला करिन, तेकर सेती अक्टूबर 2022 म फिलिम के मुख्य फोटोग्राफी सुरू होइस।
फिलिम म देवी प्रसाद डहर ले संगीत तइयार करे गे हावय, छायांकन मिरोस्लाव कुबा ब्रोज़ेक डहर ले करे गे हावय अउ संपादन नवा नूली डहर ले करे गे हावय। ₹400-500 करोड़ के बजट म बने ये फिलिम सबले माहंगी भारतीय फिलिम म ले एक हावय। 200 मिनट के रनटाइम के संग ये अब तक बने सबले लंबा भारतीय फिलिम म ले एक हावय।
पुष्पा 2: द रूल ल मानक, 3 डी, आईमैक्स, 4 डीएक्स, डी-बॉक्स अउ पीवीआर आईसीई प्रारूप म 5 दिसंबर 2024 ले दुनिया भर म रिलीज़ करे जाही।
प्रमुख पात्र-
• अल्लू अर्जुन पुष्पा राज के रूप में
• रश्मिका मंदाना श्रीवल्ली के रूप में
• साईं पल्लवी
• रणवीर सिंह पुलिस ऑफिसर के रूप में
• फहद फासिल भंवर सिंह शेखावत आईपीएस के रूप में
• जगदीश प्रताप बंडारी केशव के रूप में
• सुनील मंगलम श्रीनु के रूप में
• राव रमेश भूमिरेड्डी सिद्दप्पा नायडू के रूप में
• धनंजय जॉली रेड्डी के रूप में
• अनसूया भारद्वाज दक्षिणायनी के रूप में
• शनमुख जक्का रेड्डी के रूप में
• अजय हमें मोल्लेती मोहन
• श्रीतेज पुष्पा का भाई के रूप में
• कल्पलता पुष्पा की मां के रूप में
• मोहनलाल (कैमियो)
• रश्मिका मंदाना श्रीवल्ली के रूप में
• साईं पल्लवी
• रणवीर सिंह पुलिस ऑफिसर के रूप में
• फहद फासिल भंवर सिंह शेखावत आईपीएस के रूप में
• जगदीश प्रताप बंडारी केशव के रूप में
• सुनील मंगलम श्रीनु के रूप में
• राव रमेश भूमिरेड्डी सिद्दप्पा नायडू के रूप में
• धनंजय जॉली रेड्डी के रूप में
• अनसूया भारद्वाज दक्षिणायनी के रूप में
• शनमुख जक्का रेड्डी के रूप में
• अजय हमें मोल्लेती मोहन
• श्रीतेज पुष्पा का भाई के रूप में
• कल्पलता पुष्पा की मां के रूप में
• मोहनलाल (कैमियो)
सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।