महाशिवरात्रि परब के मउका म गांव केराझरिया म दू दिनी पाली महोत्सव के शुरूआत उद्योग, वाणिज्य अउ श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना महंत सहित आन पहुना मन ह दीया बारके करिन। ए मउका म ओमन क्षेत्रवासी मन ल महाशिवरात्रि के बधाई देत सबो ल घर परिवार देश दुनिया के समृद्धि के कामना करिस। कैबिनेट मंत्री देवांगन ह किहिन के पाली के ऐतिहासिक शिव मंदिर छत्तीसगढ़ के संस्कृति अउ विरासत के जरूरी हिस्सा हावय। जिला प्रशासन डहर ले हर्षाेल्लास के संग पाली महोत्सव के आयोजन करे जाथे जेकर ले इहाँ के संस्कृति ल आने पहचान मिलत हावय।
महोत्सव के मुख्य पहुना देवांगन ह किहिन के प्रदेस के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ह तको जिलावासी मन ल पाली महोत्सव के सुभकामना दीस हावय। पाली महोत्सव के आयोजन ए क्षेत्र के लोगन के गौरव ले जुड़े हावय। जेला हमन ल अक्षुण्ण बना के आगू बढ़ना हावय। एला बड़का रूप ले मनात राष्ट्रीय अउ स्थानीय कलाकार मन ल मउका दे जाथे। ओमन कलाकार के मनोबल बढ़ात लोगन ल आनंद उठाये के खातिर किहिन संग ही ए बड़का कार्यक्रम के खातिर जिला प्रशासन ल धन्यवाद दीस।
सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ह किहिन के महाशिवरात्रि के परब बहुत ही धूमधाम ले मनाये जाथे। भगवान महादेव हमर देश म आस्था अउ संस्कृति के जरूरी हिस्सा हावय अउ हम सबके कामना हावय के महादेव हम सबो देशवासी ल खुश रखे, ओला सफलता के रसता म आगू बढ़ाए। सबो आपसी भाई चारा अउ सौहार्द्र के संग परिवार के भांति मिल जुल करके रहन, क्षेत्र के विकास म सहयोग करें। जेकर ले हमर देश प्रदेस सरलग विकास के पथ म आगू बढ़े।
पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर मरकाम ह किहिन के आज पूरा देश शिव के भक्ति म लीन हावय। शिव के नगरी पाली म ए मउका म पाली महोत्सव के आयोजन करे गे हावय। ओमन आम जनता ल कार्यक्रम के लुत्फ उठाये के गेलौली करत किहिन के ये तुहरों मनके कार्यक्रम हावय। तंहू मन सबो कार्यक्रम के रौनकता बढ़ात आंनद लेवा।
पाली महोत्सव के कार्यक्रम-
पाली महोत्सव के पहिली दिन छत्तीसगढ़ी गायक सुनिसल सोनी अउ मैथिली ठाकुर सहित आन कलाकार मन ह दीस मनमोहक प्रस्तुति दीस। परसिध छत्तीसगढ़ी गायक सुनिल सोनी ह अपन संगी कलाकार मन के संग छत्तीसगढ़ के कला अउ संस्कृति ले संबंधित एक ले बढ़के एक कार्यक्रम प्रस्तुत करिस। कलाकार मन के प्रस्तुति ह लोगन के मन मोह लिस। ओमन महादेव के आराधना के संग कार्यक्रम के शुरुआत करिस। छत्तीसगढ़ी गीत छईयां भुइंया, झन भूलो मां बाप ला, मीठ मीठ लागे मया के बानी, छूनुर छूनुर पैरी बाजे.. हमर पारा तुंहर पारा, हाय रे सरगुजा नाचे जइसे छत्तीसगढ़ी गीत मन ले समा बांधिस।
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